इसी समाज में, इसी दुनिया में सोवत राणा जैसे समाजसेवी भी रहते हैं।पढे खबर

उत्तरकाशी)
पहाड़ के उत्तरकाशी विकास खण्ड नौगांव के चोपड़ा गांव का बेटा, लॉकडाउन में गांव नहीं भागा..देहरादून में बना गरीबों का मसीहा समाजसेवी सोवत राणा लॉकडाउन के दौरान गरीबों के लिए जो कर रहे हैं, उसके लिए बहुत बड़ा दिल चाहिए ।
उत्तरकाशी के समाज सेवक
सोवत राणा,


इसी समाज में, इसी दुनिया में सोवत राणा जैसे समाजसेवी भी रहते हैं, जो कि इन दिनों अपनी जरूरतों को कम कर, के दूसरे गरीब पहाड़ियों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। कोरोना के खिलाफ जंग में उत्तराखंड के इस पहाड़ी की स्टोरी जान आप भी हैरान होंगे । आपको पता ही है इन दिनों कैसी अफरा-तफरी मची है। कोरोना के फैलते ही बाहर रहने वाले लोग दौड़-दौड़कर पहाड़ लौटने लगे। बिना ये सोचे कि इनकी लापरवाही इनके गांव, इनके अपनों पर कितनी भारी पड़ सकती है। पेशे से उत्तरकाशी विकास खण्ड़ नौगांव चोपड़ा गांव के समाजसेवी सोवत राणा लौक्डाउन का पालन कर के देहरादून में हीरहा हैं। वो भी चाहते तो पहाड़ लौट आते, लेकिन मुसीबत के इस वक्त में उन्होंने गांव लौटने की बजाय देहरादून में ही रहने का फैसला किया। सोवत राणा देहरादून में रहकर ही गरीब असहाय जरूरत मंद लोगों की मदद में जुटे हैं

। वो मूलरूप से उत्तरकाशी विकास खण्ड के चोपड़ा गांव के रहने वाले हैं। घर में तीन बेटे हैं, पत्नी और गांव में माता पिता व बहन है भाई बम्बई में फंसा हुआ है। उनका ख्याल रखने के साथ-साथ वो अपने पहाड़ भाई-बहनों और उनके परिवारों का भी अच्छी तरह ख्याल रख रहे हैं।

DM आशीष चौहान जी व कंट्रोल रूम उत्तरकाशी में क्षेत्र में रह रहे लोगों के बारे में भी बात कर रहे हैं और आज कल कास्तकारों की मटर की तुड़ाई भी हो रही है मंडी तक कई माल गाड़ियों की भी जिलाधिकारी से अनुमति भी ली है

समाज सेवक सोवत राणा कहते हैं कि ‘लॉकडाउन का पालन कर के जरूरतमंदों की मदद कर रहा हूं। घरवालों का ख्याल रखना है, लेकिन साथ ही उन गरीबों की भी मदद करनी है जो इस बुरे वक्त में दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे हैं’। अपने निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर पहाड़ और पहाड़ियों के हित के बारे में सोच रहे हैं। वो कहते हैं कि घर में बेटे और पत्नी के लिए एक वक्त का खाना हो लेकिन बाहर बैठा कोई गरीब भूखा नहीं मरना चाहिए। इस वक्त घर में जितना उपलब्ध है, उसी से काम चलाएं। दो बार साथ ही जितना संभव हो लोगों की मदद करेंगें। इतना ही नही 16/4/2020 को उत्तरकाशी के नौगांव न्याय पंचायतगढ़ खाटल से मुकेश प्यारु देवी मीना दे बोहरा मदर नर्सिंग होम में इलाज करने आये थे उनको

24/4/2020को डिस्चार्ज कर दिया गया था समाज सेवक सोवत राणा को सूचना मिली तत्लकल रात को ठहरने व खाने की उचित वेवस्था 25/4/2020 को समाजसेवक सोवत राणा उप जिलाधिकारी के पास जाकर उन लिये घर जाने की अनुमति लेने के बाद टेक्सी गाड़ी से कुशल घर भेज दिया है ।।।।
सोवत राणा पुरोला व यमनोत्री विधानसभा क्षेत्र के कई छात्र है जो किराये के कमरों में रहते हैं उनके लिए कमरों में जाके उनकी मदद पहुंचा रहे तो किसी के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर आर्थिक सहायता भी कर रहे हैं ।। वो किसी भी कॉल को एवॉइड नहीं करते, तुरंत मदद करते हैं। कई लोगों के खाते में गूगल पे के जरिए पैसे ट्रांसफर कर चुके हैं। अचानक लॉकडाउन के कारण उत्तराखंड के परवाषि देश के अन्य राज्यों में फहसे है उनके घर वापसी के लिए 73 परवाषियों की सूची आशय के साथ कोविड19 प्रभारी अधिकारी के द्वारा मुख्यमंत्री जी को पत्र दिया और जो परवाषि संपर्क में आ रहे हैं वह लगभग 170 परवाषियों है जिनकी सूची जल्द जमा कर दी जाएगी ।।

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