मंगलवार को तबीयत बिगड़ने की वजह से उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया था. तबीयत क्यों बिगड़ी और उन्हें क्या तकलीफ़ हुई और आईसीयू में क्यों भर्ती किया गया था, अभी फ़िलहाल इस बारे में कोई जानकारी खुलकर सामने नहीं आई है.
इरफ़ान के परिवार में से भी किसी ने आधिकारिक तौर पर ज़्यादा कुछ नहीं बताया.
इरफ़ान ख़ान के एक प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा था, “जी हाँ ये सच है कि इरफ़ान ख़ान मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती हैं. उन्हें कोलन इन्फ़ेक्शन हुआ है. हमलोग आप सभी को उनके बारे में जानकारी देते रहेंगे. अभी फ़िलहाल वो डॉक्टरों की निगरानी में हैं. उनकी शक्ति और साहस से उन्हें अबतक इस बीमारी से लड़ने में मदद की है और हमलोग आश्वस्त हैं कि उनकी अपार इच्छा शक्ति और अपने सभी चाहने वालों की दुआओं से वो जल्द ही ठीक हो जाएंगे.”
ट्विटर पे भी ये खबर ट्रेंड कर रही है !
My dear friend Irfaan. You fought and fought and fought. I will always be proud of you.. we shall meet again.. condolences to Sutapa and Babil.. you too fought, Sutapa you gave everything possible in this fight. Peace and Om shanti. Irfaan Khan salute.
इरफ़ान की बीमारी
पिछले साल (2019) में इरफ़ान ख़ान लंदन से इलाज करवाकर लौटे थे और लौटने के बाद वो कोकिलाबेन अस्पताल के डॉक्टरों की देखरेख में ही ट्रीटमेंट और रुटीन चेकअप करवा रहे थे.
बताया जाता है कि फ़िल्म ‘अंग्रेज़ी मीडियम’ के दौरान भी उनकी तबीयत बिगड़ जाया करती थी.
ऐसे में कई बार पूरी यूनिट को शूट रोकना पड़ता था और जब इरफ़ान बेहतर महसूस करते थे, तब शॉट फिर से लिया जाता था.हाल ही में इरफ़ान ख़ान की मां सईदा बेगम का जयपुर में निधन हो गया.
लॉकडाउन की वजह से इरफ़ान अपनी मां की अंतिम यात्रा में शरीक नहीं हो पाए थे.
ख़बर है कि उन्होंने वीडियो कॉल के ज़रिए ही मां के जनाज़े में शिरकत की थी.
54 वर्षीय इरफ़ान न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित हैं. वह विदेश में इस बीमारी का इलाज करवा रहे थे और हाल ही मुंबई लौटे हैं.
दो साल पहले मार्च 2018 में इरफ़ान को अपनी बीमारी का पता चला था. इरफ़ान ने अपने चाहने वालों के साथ ख़ुद ये ख़बर शेयर की थी.
उन्होंने ट्वीट किया था, “ज़िंदगी में अचानक कुछ ऐसा हो जाता है, जो आपको आगे लेकर जाता है. मेरी ज़िंदगी के पिछले कुछ दिन ऐसे ही रहे हैं. मुझे न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी हुई है. लेकिन, मेरे आसपास मौजूद लोगों के प्यार और ताक़त ने मुझमें उम्मीद जगाई है.”
बीमारी के बारे में पता चलते ही इरफ़ान ख़ान इलाज के लिए लंदन चले गए थे. इरफ़ान वहां क़रीब एक साल रहे और फिर मार्च 2019 में भारत लौटे थे.source: bbc.com/hindi