उत्तराखंड। राज्य के तमाम पर्यटन स्थलों पर आने वाले सैलानियों को अब आसानी से प्रवेश नहीं मिल पाएगा।नैनीताल, मसूरी सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर वीकेंड के चलते सैलानियों की अवहाजी होना शुरू हो गई है।
कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिये जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने सख्ती कर दी है। बाहर से आने वालो वाहनों को राज्य की सीमाओं तथा बाईपास के समीप रोका जा रहा है। बिना रिपोर्ट वालो को बाईपास से वापस लौटा दिया जा रहा है। नगर में आने के आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लाना जरुरी है,जो सिर्फ 72 घंटे मान्य होगी। वही कई पर्यटक फर्जी रिपोर्ट या पुरानी रिपोर्ट दिखा रहें है। कोतवाल अशोक कुमार का ने बताया कि पुलिस की ओर जगह जगह चेकिंग की जा रही है। बिना मास्क वालो का चालान भी काटा जा रहा है। गाड़िया रोक चेक किया जा रहा है।
बिना रिपोर्ट वालो का रैपीट एंटीजन टेस्ट भी किए जा रहें है। नगर में प्रवेश करने से पहले तल्लीताल चुंगी, मल्लीताल चौकी, सूखताल बारापत्थर में पुलिस के द्वारा रैपिड एंटीजन टेस्ट की जांच की जा रही है। वही स्वास्थ्य विभाग द्वारा नगर में अलग अलग स्थानों में रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जा रहें है। वही पुलिस चौकी में एक पर्यटक अपने को किसी पार्टी का मंत्री बताकर पुलिस को हेकड़ी दिखा रहा था। मल्लीताल कोतवाली अशोक कुमार ने पर्यटक का कोरोना टेस्ट कराया जिसके बाद बिना मास्क के घूम रहें 500 रुपए का चालान कांटा। वही अशोक कुमार ने बताया की कुछ पर्यटक नगर कोरोना टेस्ट की फर्जी रिपोर्ट ला रहें है। उन्होंने बताया की उनका रैपिड टेस्ट किया जा रहा है। अगर कोई पर्यटक पॉजिटिव पाया जा रहा है,तो उसे तत्काल नगर से बाहर भेजा जा रहा है।
देहरादून। जिलाधिकारी डॉ आशीष कुमार ने वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित कर स्वास्थ्य विभाग और सभी उप जिलाधिकारियों को सख्ती से निर्देश दिये कि अन्य राज्यों एवं जनपदों से हमारे राज्य में आने वाले व्यक्तियों की जनपद की सीमा चैकपोस्ट पर कोविड-19 की रिपोर्ट ठीक तरह से चैक करें यदि किसी व्यक्ति की आरटीपीसीआर रिपोर्ट फर्जी पायी जाती है तो तत्काल उसका आरटीपीसीआर टैस्ट करें साथ ही फर्जी रिपोर्ट प्रस्तुत करने वालों पर सख्त वैधानिक कार्यवाही करें।