उत्तराखंड, देहरादून। देवभूमि में मंगलवार को लॉकडाउन 4.0 के पहले दिन सुबह से शाम तक कोरोना का कहर जारी रहा। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा अप्रत्याशित रूप से सौ पार कर गया। लगातार बढ़ते जा रहे मामलों से राज्य के हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। मंगलवार को राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 14 संक्रमित पॉज़िटिव पाए गये। इन्हें मिलाकर अब राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 111 पहुंच गई है। वहीं 52 लोग ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन में कहा गया है कि मंगलवार को जनपद पौड़ी में दो, उधमसिंह नगर में तीन, नैनीताल में सात, बागेश्वर जनपद में दो लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि पौड़ी जनपद के कोटद्वार में नैनीड़ाडा ब्लाक निवासी 19 वर्षीय युवक में कोरोना संक्रमण पाया गया है। युवक हाल ही में दिल्ली से उत्तराखंड लौटा था। दूसरा पौड़ी जनपद में गुरुग्राम से लौटा 25 वर्षीय युवक भी कोरोना संक्रमित है।यह मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के कीर्ति नगर का रहने वाला है। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की सैंपल जांच रिपोर्ट में इन दोनों की पुष्टि हुई है।
वहीं नैनीताल जनपद के सुयालबाड़ी में संक्रमित मरीज के सम्पर्क में आने से 22 व 19 वर्षीय दो युवकों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। नैनीताल जनपद की दो महिलाओं क्रमशः पचास, इकतीस वर्ष, एक युवती इक्कीस वर्ष, एक युवक उन्नीस वर्ष, तथा ग्यारह साल के बच्चे का कोरोना टेस्ट पॉज़िटिव आया है।इन सभी मरीजों की सैंपल रिपोर्ट हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज से प्राप्त हुई है।
उधर बागेश्वर जनपद में मुंबई से लौटे पैंतीस व उन्नीस वर्षीय दो युवकों में भी कोरोना पाया गया है जबकि उधमसिंह नगर जनपद के किच्छा में एक उन्नीस वर्षीय युवती व तेरह साल के बच्चे में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिले में बाजपुर से लौटे इकतालीस वर्षीय व्यक्ति भी कोरोना से ग्रसित है। राज्य में एक साथ चौदह मामले उजागर होने से स्वास्थ्य विभाग में हलचल मच गई है। इससे सवाल उठता है कि पहाड़ों में लैटे प्रवासियों की जांच कैसे सम्भव होगी जहां सुविधा के नाम पर केवल ढांचे खड़े हैं। शासन प्रशासन तथा विभाग की ओर से बिना जांच किए केवल सामुदायिक निगरानी में रखे गए पहाड़ के प्रवासियों में अगर कोई भी कोरोना संक्रमित हुआ तो गांव से लेकर पूरा इलाका तबाह हो जायेगा।