उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को लेकर तीसरा दिन राहत भरा रहा है। प्रदेश में इस दौरान कोई नया मामला सामने नहीं आया है। गुरुवार को मिली 481 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव हैं। बता दें कि प्रदेशभर में अबतक 61 मामले सामने आ चुके हैं। इसके अलावा दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव दून के एक बुजुर्ग का भी उपचार यहीं चला। उनकी अब दो रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी हैं। कुल 62 मरीजों में 40 स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि 21 का इलाज दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय, मेला अस्पताल हरिद्वार, एम्स ऋषिकेश और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। इसके अलावा एक महिला की मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, प्रदेश से अब तक कुल 8783 सैंपल कोरोना जांच को लैब भेजे जा चुके हैं। जिनमें 8138 मामलों में रिपोर्ट निगेटिव और 61 मामलों में पॉजिटिव मिली है। देहरादून जिले में सबसे अधिक 34 कोरोना संक्रमित मरीज अब तक आए हैं। जिनमें एक महिला मरीज की मौत सप्ताहभर पहले एम्स ऋषिकेश में हो चुकी है। महिला को ब्रेन स्ट्रोक के कारण भर्ती किया गया था। बाद में उनमें कोरोना की भी पुष्टि हुई। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती के अनुसार कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। बाहर से लौट रहे प्रवासियों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। इसके बाद उन्हें दो सप्ताह तक होम अथवा फैसिलिटी क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। वर्तमान में राज्य में 8069 लोग होम क्वारंटाइन और 3110 लोग संस्थागत क्वारंटाइन में हैं।
300 से अधिक सैंपलों की जांच का इंतजार
गुरुवार को प्रदेश से 258 और सैंपल जांच को लैब गए हैं। ऊधमसिंहनगर से सबसे अधिक 108 सैंपल भेजे गए। जबकि नैनीताल से 40, देहरादून से 21, हरिद्वार से 10, उत्तरकाशी से नौ और पौड़ी से चार सैंपल गए हैं। इसके अलावा निजी लैब में भी 66 सैंपलों की जांच होनी बाकी है।
कोरोना से निपटने को नवंबर तक का प्लान
प्रदेश सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए तैयारियों को दो माह आगे के लिए बढ़ा दिया है। अभी तक सितंबर तक इससे निपटने के लिए तैयारी की गई है। नई तैयारियों के तहत वेंटीलेटर और आइसीयू बेड बढ़ाने के साथ ही कोविड केयर सेंटरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास में कैबिनेट बैठक से पहले मंत्रिपरिषद ने तैयारियों को दो माह के लिए और बढ़ाने का निर्णय लिया। यह जानकारी देते हुए शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि कोरोना के लिए सरकार ने अब तैयारियों को नवंबर तक के लिए बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके तहत अभी तक प्रदेश में आइसीयू बैड की संख्या सितंबर तक 246 करने का निर्णय लिया गया था। इसे अब 284 किया जा रहा है। इसी तरह वेंटीलेटर की संख्या 246 से बढ़ाकर 261 करने का निर्णय लिया गया है।
इसके अलावा अन्य और स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का कोरोना रोकथाम में प्रदर्शन अन्य राज्यों से काफी बेहतर रहा है। जहां पूरे देश में रिकवरी रेट 26.5 फीसद है वहां उत्तराखंड में यह रेट 64 फीसद है। पूरे प्रदेश में जहां कोरोना से मृत्यु दर चार फीसद से ज्यादा है वहीं उत्तराखंड में यह 0.74 प्रतिशत है। हालांकि, एम्स ने यह स्पष्ट किया है कि कोरोना पीड़ित की मौत का कारण अन्य थे, बावजूद इसके सरकार इसे कोरोना से हुई मृत्यु में गिन रही है।
पंचायत भवनों में भी करेंगे क्वारंटाइन
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि बाहर से आने वालों लोगों को उनके घरों में क्वारंटाइन रखने को कहा गया है। जिनके पास गांव में ज्यादा कमरे नहीं है अथवा घर नहीं है, उन्हें पंचायत भवनों में क्वारंटाइन किया जाएगा। इन पर नजर भी रखी जाएगी। इसके लिए ग्राम प्रधानों को असीमित अधिकार दिए गए हैं।