विकासनगर कोतवाली अंतर्गत जीवनगढ़ अंबाड़ी क्षेत्र की एक महिला को उसके पति ने फोन पर तीन बार तलाक कहकर छोड़ दिया। महिला ने पति के खिलाफ फोन पर तलाक देने, मारपीट करने के संबंध में कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस ने पति के खिलाफ मुस्लिम विवाह अधिकार संरक्षण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया है। मामले की विवेचना महिला दारोगा हिमानी चौधरी को सौंपी गई है।
पीड़ित महिला शमशीदा ने पुलिस को बताया कि उसका निकाह 18 साल पहले हारुन निवासी सभावाला के साथ हुआ था। निकाह के बाद से ही पति उससे मारपीट करता था। उत्पीड़न के बारे में उसने मायके वालों को बताया तो उनके बीच कई बार मायके पक्ष के हस्तक्षेप से सुलह हुई।
इधर लॉकडाउन के दौरान पति हारुन ने उसे मायके में छोड़ दिया। पीड़ित महिला ने पति के चरित्र पर भी सवाल उठाए। कोतवाली में दी तहरीर में कहा कि 25 मई की शाम साढ़े छह बजे के करीब उसके पति ने उसे फोन पर तीन तलाक कहकर तलाक दे दिया, जिसके बाद से वह तनाव में है।
कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण ने तहरीर के आधार पर आरोपित के खिलाफ मुस्लिम विवाह अधिकार संरक्षण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मामले की विवेचना हिमानी चौधरी को सौंपी गई है, जिसकी जांच शुरू की गई है।
दुष्कर्म मामले में बयान दर्ज कराकर दिल्ली लौटी पीड़िता
शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छत्तीसगढ़ की युवती दिल्ली लौट गई है। पुलिस टीम अब युवती के बयान और जांच के दौरान सामने आए तथ्यों की कड़ियां जोड़ने में जुट गई है। मेडिकल रिपोर्ट भी जांच का अहम हिस्सा है।
छत्तीसगढ़ की एक युवती ने वर्ष 2010 की घटना बताते हुए शांतिकुंज प्रमुख डा. प्रणव पंड्या पर दुष्कर्म के आरोप लगाए हैं। पांच मई को दिल्ली के विवेक विहार थाने में एफआइआर के बाद जांच हरिद्वार पहुंची। मामला हाइप्रोफाइल होने के चलते एक टीम इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में धारा 164 के तहत युवती के बयान दर्ज कराए गए थे। इसके बाद जांच टीम उसे शांतिकुंज भी लेकर गई थी। युवती का मेडिकल भी कराया गया है। दुष्कर्म जैसे मामलों में अमूमन मेडिकल रिपोर्ट व सीआरपीसी की धारा 164 के बयान सबसे अहम होते हैं। इस मामले में जांच टीम दोनों ही पड़ाव पार कर चुकी है। यहां तक की युवती शांतिकुंज जाकर नक्शा भी तैयार कर चुकी है।
इसके बाद युवती अपने अधिवक्ता के साथ वापस दिल्ली लौट गई। दो दिन में सामने आए तथ्यों की पड़ताल में अब पुलिस शिद्दत से जुट गई है। आला अधिकारी हर दिन अपडेट ले रहे हैं। अभी तक की जांच में युवती के आरोप साबित हुए हैं या गलत पाए गए हैं, इस बारे में पुलिस अधिकारी अभी खुलकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। वहीं एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस का कहना है कि अभी जांच चल रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।