मंत्री मदन कौशिक ने पत्रकारों की लिया संज्ञान।
देहरादून: वेब मीडिया एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव ने आलोको शर्मा ने सासकीय प्रवक्ता व शहरी विकाश मंत्री मदन कौशिक से मिलकर संगठन के समस्त छोटे व मंझोले पत्रकारों की साधारण समस्याओं से अवगत कराया। प्रदेश सचिव ने मंत्री से सबाल करते हुए बताया कि जहां इस महामारी संक्रमण से समाज का हर तबका हर वर्ग अपने आर्थिक स्थति से जूझ रहा है। तो भला छोटे व मंझोले पत्रकार भी अछूते नहीं हैं। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि लॉक डाउन थ्री को भी आज 10 दिन से अधिक हो गए। हैरानी की की बात तो यह है कि सूचना एवं लोक संपर्क विभाग अपने कर्मचारी बिठाकर अपने विभाग के सारे काम करते नज़र आ रहे हैं। लेकिन वहीँ जब पत्रकार साथी अपने बकाया बिलों की भुगतान करने की बात करते हैं तो,विभाग में बैठे कर्मचारी लॉक डाउन का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ते नज़र आते हैं। उससे भी हैरतअंगेज बात तो यह कि विभाग में कार्यरत अधिकारीयों को मिलने वाला वेतन समय सीमा पर दिए जा रहे हैं। इनपर लॉक डाउन का न ही तो किसी भी प्रकार का संक्रमण फ़ैलाने का खौफ है न भय। वहीं पत्रकारों के बकाया भुगतान के लिए संक्रमण की वजह से काम न होने का बहाना बना देना कोई न्याय संगति नहीं है। जबकि प्रदेश सरकार अपने सहयोग के लिए प्रचार प्रसार के माध्यम से लोगों से सीएम फंड में अधिक से अधिक फंड देने की अपील करती है। परंतु पत्रकारों को अलग से पैकेज देने के बजाय उन्हें अपने बिलों के भुगतान लिए भी दो चार होना पड़ रहा है। वहीं अब शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने वेब मीडिया एसोसिएशन के प्रदेश सचिव को आश्वाशन देते हुए कहा कि वह शीघ्र ही सूचना अधिकारी से वार्ता कर जल्द ही छोटे मंझोले सैकड़ों पत्रकारों का बकाया बिलो का भुगतान अतिशीघ्र कराने की कोशिश करेंगें। तो वहीं शहरी विकास मंत्री ने पत्रकारों को कोरोना महामारी के लिए अलग से पैकेज की मांग को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पत्रकारों को अलग पैकेज देने का तो सबाल ही नहीं उठता है। कारण मान्यता पत्रकारों पूर्व से सुविधा पर्पट है। अब देखना है कि शहरी विकास मंत्री की पत्रकारों को बकाया बिलों का शीघ्र भुगतान कराने की बातें धरातल पर कबतक सच साबित होते हैं या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा।।