गुरुवार को देहरादून में चार और लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। निरंजनपुर मंडी के तीन और आढ़ती की कोरोना रिपोर्ट पाजीटिव आई है। इनकी निजी लैब में जांच कराई गई थी। वहीं, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में भर्ती रूद्रप्रयाग निवासी युवक की भी रिपोर्ट पाजीटिव आई है। इन्हें मिलाकर संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 483 पहुंच गई है। इनमें से 81 मरीज स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज भी हो चुके हैं। 395 मरीज अभी भर्ती हैं। तीन मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं, जबकि कोरोना संक्रमित चार मरीजों की मौत भी हो चुकी है।
बीते रोज टिहरी जनपद में कोरोना के सर्वाधिक 22 नए मामले सामने आए हैं। इनमें एक दिल्ली व अन्य लोग महाराष्ट्र से 19 मई को लौटे हैं। पौड़ी में भी 13 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें एक व्यक्ति नोएडा से और 12 महाराष्ट्र से वापस लौटे हुए हैं। ऊधमसिंहनगर में 20 मई को महाराष्ट्र से लौटे सात और पॉजिटिव मरीज मिले हैं।
देहरादून जनपद में भी दो और पॉजिटिव केस आए हैं। इनमें सत्तोवाली घाटी निवासी 37 वर्षीय एक महिला को सांस में तकलीफ व शुगर की समस्या के चलते 25 मई को दून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। ऋषिकेश में एक डेढ़ वर्षीय बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बैराज कॉलोनी निवासी बच्चे के माता-पिता में पहले ही कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। दंपती 13 मई को बच्चे के साथ दिल्ली से लौटा था। जनपद नैनीताल में भी तीन नए मामले सामने आए हैं। इनमें बेतालघाट की एक युवती 25 मई को गुरुग्राम से लौटी है। जबकि रामनगर निवासी दो युवक मुम्बई व दिल्ली से लौटे हैं। अल्मोड़ा में 10 मई को गुरुग्राम से लौटने के बाद पहले होम क्वारंटाइन और फिर संस्थागत क्वारंटाइन दंपती समेत छह नए मरीज मिले हैं, चार अन्य महाराष्ट्र से लौटे हैं। पिथौरागढ़ में तीन पॉजिटिव केस मिले, इनमें एक अहमदाबाद और दो दिल्ली से लौटे हैं।
आढ़ती और मुनीम के संपर्क में आए 54 लोग क्वारंटाइन
सेवला कलां निवासी आढ़ती और एमडीडीए कॉलोनी के मुनीम के संपर्क में 54 लोग संस्थागत क्वारंटाइन किए गए हैं। इन दो लोगों में एक दिन पहले कोरोना की पुष्टि हुई थी। पर मंगलवार देर रात तक भी संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन नहीं किया जा सका था।
बताया गया कि क्वारंटाइन करने वाली टीम पूरे दिन इंतजार करती रही, लेकिन अफसरों में समन्वय की कमी के चलते क्वारंटाइन सेंटरों में कमरों एवं गाड़ी की व्यवस्था नहीं हो सकी। जिस पर जिलाधिकारी ने भी नाराजगी जताई। जिसके बाद सिस्टम सक्रिय हुआ और इन्हें क्वारंटाइन किया गया।
दूध बेचने वाले की पत्नी निकली कोरोना संक्रमित
सत्तोवाली घाटी निवासी महिला में कोरोना की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य महकमे के लिए नई चुनौती पैदा हो गई है। महिला गृहिणी है और उसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं है। बताया गया कि उसका पति दूध बेचता है। पूरी आशंका है कि वही किसी संक्रमित के संपर्क में आया है। महिला में कोरोना की पुष्टि होने के बाद उसके पांच बच्चों और पति समेत सात लोगों को दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संदिग्ध वार्ड में भर्ती कराया गया है। सभी के सैंपल लेकर के जांच के लिए भेजे गए हैं। इसके अलावा परिवार के संपर्क में आए नेहरू कॉलोनी के डेयरी संचालक, महिला के पति के साथ के दूधिया व एक निजी चिकित्सक समेत सात को क्वारंटाइन किया गया है।
कोरोना के जिला नोडल अधिकारी डॉ. दिनेश चौहान ने बताया कि सत्तोवाली घाटी निवासी महिला श्वास और शुगर की समस्या के चलते दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हुई थी। पूछताछ में उसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं निकली है। इस बात का अंदेशा है कि दूध बेचने वाला उसका पति किसी संक्रमित के संपर्क में आया होगा। पति समेत सात लोगों को भी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। इसके अलावा संपर्क में आए अन्य लोगों की भी जानकारी जुटाई जा रही है।
ऋषिकेश निवासी महिला दून में भर्ती
ऋषिकेश के बैराज कॉलोनी निवासी 37 वर्षीय महिला को दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में भर्ती किया गया है। पिछले तीन दिन में एम्स ऋषिकेश से पांच मरीज यहां रेफर किए गए हैं। अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री ने बताया कि महिला का विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में उपचार किया जा रहा है।