कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के नए मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। इसमें दूसरे राज्यों से आए प्रवासी श्रमिकों की संख्या काफी ज्यादा है। छत्तीसगढ़ में वर्तमान में सक्रिय कोरोना पॉजिटिव केस में 84.67 फीसद प्रवासी श्रमिक हैं, जो क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे थे। जांच में संक्रमित पाए जाने पर कोविड अस्पतालों में भर्ती कराए गए हैं। राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या 979 है, जिसमें 829 प्रवासी श्रमिक हैं। अन्य सक्रिय केस में भी अधिकांश की ट्रैबल हिस्ट्री है। शेष चिकित्साकर्मी या अधिकारी-कर्मचारी हैं, जिनकी ड्यूटी प्रवासी श्रमिकों की देखभाल, अस्पतालों आदि में रही है।
सभी प्रवासी श्रमिकों की निगरानी और सख्त की गई
उप्र में कोरोना से संक्रमित मिले कुल 12088 मरीजों में से दूसरे राज्यों से आए प्रवासी श्रमिक 3303 हैं। जो कि कुल मरीजों का 27.32 फीसद है। फिलहाल दूसरे राज्यों से आए इन प्रवासी श्रमिकों की निगरानी के लिए गांव व मोहल्ले में कमेटियां बनाई गई हैं और इन्हें घर पर ही होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। हालत बिगड़ने पर इन्हें कोविड-19 अस्पतालों में भर्ती कराने की व्यवस्था है। फिलहाल सभी प्रवासी श्रमिकों की निगरानी और सख्त की गई है। सभी को चेतावनी भी दी गई है कि अगर वह होम क्वारंटाइन के दौरान बाहर निकलने तो महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई भी की जा सकती है।
36 फीसद कोरोना संक्रमण दूसरे राज्यों से लौटे लोगों से फैला
राज्य में अभी तक दूसरे राज्यों से लौटे करीब 30 लाख प्रवासी श्रमिकों में से 15.13 लाख की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। वहीं जम्मू कश्मीर में 10 जून तक कुल 4507 कोरोना संक्रमण के मामले आए। इनमें से 1605 दूसरे राज्यों से लौटे श्रमिक, छात्र और अन्य कामगार शामिल हैं। करीब 36 फीसद कोरोना संक्रमण दूसरे राज्यों से लौटे लोगों के कारण फैला। उत्तराखंड में गुरुवार दोपहर तक कोरोना संक्रमण के 1640 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इसमें करीब 95 फीसद मामले प्रवासियों या उनके संपर्क में आए लोगों के हैं।
प्रवासियों का रिकवरी रेट पूर्व के मरीजों की तुलना में बेहतर
उत्तराखंड के कोविड-19 के चीफ ऑपरेटिंग अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी का कहना है कि पांच मई के बाद ही उत्तराखंड में प्रवासियों की आमद तेज हुई। तब तक राज्य में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 62 थी। इसी बीच प्रवासियों की आमद के साथ ही कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढा, सैंपलिंग और जांच में तेजी आने से बड़ी संख्या में नए मामले सामने आए। अभी तक सामने आए कुल 1640 मामलों में लगभग साढे चौदह सौ प्रवासियों के हैं, इनमें लगभग पांच प्रतिशत वे लोग भी हैं, जो प्रवासियों के संपर्क में आकर संक्रमित हुए हैं। हालांकि, प्रवासियों का रिकवरी रेट पूर्व के मरीजों की तुलना में बेहतर है।