देहरादून समेत पूरे उत्तराखंड में बौछारों का सिलसिला जारी

देहरादून समेत पूरे उत्तराखंड में दिनभर धूप और शाम को बौछारों का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने कुमाऊं के तीन जिलों नैनीताल, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा भी चल सकती है। इसके अलावा दून और मसूरी में भी 18 जून बारिश का दौर तेज हो सकता है।

इन दिनों उत्तराखंड में दोपहर कड़ी धूप से लोग परेशान हैं, तो शाम के समय बादल घिरने लगते हैं। साथ ही हल्की बौछार से लोगों को तपती गर्मी से कुछ राहत भी मिल रही है। मंगलवार की रात से भी उत्तराखंड के कई इलाकों में बारिश होती रही, जो बुधवार की सुबह तक रही। गढ़वाल और कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों के साथ ही मैदानी क्षेत्र में बुधवार की सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए हैं। मसूरी में तो सुबह के समय मूसलाधार बारिश भी हुई। इससे उत्तराखंड में मौसम भी खुशनुमा हो गया है।

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार आने वाले दिन मौसम के मद्देनजर तल्ख ही रहेंगे। प्री-मानसून के दौर में गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडलों में भारी बारिश हो सकती है। विशेषकर शुक्रवार को प्रदेश के छह जिलों में मौसम चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इनमें नैनीताल, चम्पावत, पौड़ी, पिथौरागढ़, देहरादून और टिहरी जिले शामिल हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल 20 जून तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा।

मानसून धीमा, प्री-मानसून शावर हुआ तेज

उत्तराखंड में बारिश और धूप की आंख-मिचौनी जारी है। यहां प्री-मानसून शावर में तेजी आने लगी है। इस सब के बीच मानसून की रफ्तार जरूर धीमी पड़ गई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में दस्तक देने के बावजूद अभी मानसून को उत्तराखंड पहुंचने में सप्ताहभर लग सकता है।

मौसम विभाग के अनुसार मानसून के उत्तराखंड में तय तिथि 21 जून से दो से तीन दिन देरी से पहुंचने के आसार हैं। हालांकि, इस दौरान प्री-मानसून शावर और तेज हो जाएंगे। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बंगाल की खाड़ी से उठने वाली चक्रवाती हवाओं का प्रभाव कम होने के कारण मानसून की रफ्तार कम पड़ गई है। जबकि, बीते सप्ताह मानसून की गति में इजाफा हुआ था और मानसून तेजी से मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और गुजरात पहुंच गया। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी मानसून दस्तक दे चुका है।

उत्तराखंड में इस सप्ताह धीमी रहेगी मानसून की गति 

केंद्रीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार भी मानसून पश्चिमी और मध्य भारत के अधिकतर हिस्सों में दस्तक दे चुका है, लेकिन इस सप्ताह इसकी गति कुछ धीमी रहने की संभावना है। उत्तरी अरब सागर, गुजरात और मध्य प्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ के बाकी भागों, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मानसून का प्रसार हो रहा है।

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में मानसून 21 जून तक पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन मध्य भारत में मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने से मानसून दो से तीन दिन लेट होने की संभावना है। इस दौरान प्री-मानसून शावर जारी रहेंगे। 18 जून से बारिश का दौर तेज हो जाएगा।

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