अभिनेता सैफ अली खान की वेब सीरीज तांडव के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। इस वेब सीरीज के खिलाफ कई एफआईआर भी दर्ज हो चुकी हैं। इस बीच मुंबई में तांडव का विरोध प्रदर्शन करने पर भाजपा नेता राम कदम को पुलिस ने हिरासत में लिया है। राम कदम मुंबई के घाटकोपर से भाजपा विधायक हैं। उनके साथ भाजपा के कुछ कार्यकार्तओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
अंग्रेजी वेबसाइट इंडिया डुटे की खबर के अनुसार मंगलवार को राम कदम अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर घाटकोपर पुलिस थाने के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। उन्होंने यह हड़ताल मुंबई पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज न करने की वजह से शुरू की थी। राम कदम का आरोप है कि तीन दिन से मुंबई पुलिस वेब सीरीज तांडव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को कहा जा रहा है लेकिन पुलिस महाराष्ट्र सरकार के दबाव में आकर एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है।
वहीं दूसरी ओर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वह इस मामले में कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने विधायक राम कदम से कहा कि तांडव वेब सीरीज को लेकर उन्हें एफआईआर दर्ज करने के लिए थोड़ी समय चाहिए। इस पूरे मामले में राम कदम ने कहा है, ‘हमें मुंबई पुलिस पर भरोसा है लेकिन महाराष्ट्र सरकार उन्हें अपना काम करवाने के लिए मजबूर कर रही है। यूपी पुलिस पहले ही दो एफआईआर दर्ज कर चुकी है और उन्होंने मामले की जांच के लिए अपनी टीम मुंबई भेज दी हैं। यहां, तीन दिनों के बाद, पुलिस हमें बता रही है कि उन्हें अभी भी एफआईआर दर्ज करने के लिए समय चाहिए। यह वेब सीरीज हमारे धर्म के खिलाफ है। हम कब तक चुप रहने वाले हैं?
आपको बता दें कि अली अब्बास जफर के निर्देशन में बनी वेब सीरीज तांडव के खिलाफ बहुत से लोगों ने अपना विरोध जताया है। सीरीज पर हिंदू भावनाओं को आहत करने का आरोप हैं। वहीं मुंबई उत्तर-पूर्व से भाजपा सांसद मनोज कोटक ने भी सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर को पत्र लिखकर इस सीरीज पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। मुंबई पुलिस जोन-8 के उपायुक्त मंजूनाथ सिंह के अनुसार, वेब सीरीज के प्रति लोगों के बढ़ते विरोध को देखते हुए इसकी निर्माता कंपनी अमेजन के बांद्रा-कुर्ला कांप्लेक्स स्थित दफ्तर तथा इस सीरीज के एक प्रमुख कलाकार सैफ अली खान के निवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हम लगातार निगाह बनाए हुए हैं।
सीरीज के निर्देशक अली अब्बास जफर व लेखक गौरव सोलंकी के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में भी एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। लेकिन वेब सीरीज तांडव के प्रति बढ़ते विरोध को देखते हुए इसकी निर्माता कंपनी की ओर से एक बयान जारी कर खेद व्यक्त किया गया है। उनकी ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि हम दर्शकों की प्रतिक्रियाओं पर लगातार नजर रख रहे हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भी हमें लोगों के खिलाफ आक्रोश एवं मिल रही शिकायतों से अवगत कराया है। तांडव काल्पनिक कहानी पर आधारित सीरीज है। इसके दृश्य एवं चरित्र यदि किसी से मिलते हैं तो यह एक संयोग ही हो सकता है। इस सीरीज में काम करने वाले लोगों का किसी व्यक्ति, जाति, समुदाय, धर्म, आस्था को चोट पहुंचाने या किसी राजनीतिक दल अथवा किसी जीवित या मृत व्यक्ति को ठेस पहुंचाने का हमारा कोई इरादा नहीं है। हम लोगों की भावनाओं की कद्र करते हैं।