मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हरेला पर्व के अवसर पर व्यापक रूप से प्रदेश स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये हैं। इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न स्थलों एवं नदी क्षेत्रों में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण हेतु वन विभाग को 55 लाख की धनराशि भी उपलब्ध कराने की स्वीकृति भी मुख्यमंत्री ने प्रदान की है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पूर्व में कोसी एवं रिस्पना के पुनर्जीवीकरण के लिये किये गये वृक्षारोपण का लाभ जमीन पर दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण पर्यावरण संरक्षण के साथ ही जल श्रोतों के सम्वर्धन एवं संरक्षण में भी मददगार रहता है। उन्होंने वन विभाग को इसकी कार्ययोजना बनाने एवं सभी सम्बन्धित विभागों से समन्वय कर इसमें भागीदारी सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रकृति एवं पर्यावरण से जुड़ा हरेला पर्व हमारी सांस्कृतिक परम्परा का भी प्रतीक है। अतः सभी को आने वाले हरेला पर्व के महत्व को समझना होगा, अधिक से अधिक वृक्षारोपण के द्वारा ही हम इस पर्व को यादगार बना सकते हैं।