लद्दाख में चीन के साथ हुई झड़प और विवाद के बीच भी देश का बड़ा बहुमत मानता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र सुरक्षित है। एजेंसी सी-वोटर के सर्वे के मुताबिक 73 फीसद से अधिक लोग इस मत के हैं। हालांकि साठ फीसद लोगों का यह भी मानना है कि चीन को जितना सबक सिखाया जाना चाहिए अभी वह पूरा नहीं हुआ है।
एलएसी पर विवाद को सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच उच्च स्तर पर वार्ताओं का दौर जारी है। हाल की झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे जबकि चीन ने भी माना कि उनके कमांडर सहित कुछ सैनिक मारे गए थे। बहरहाल, देश में राजनीति भी गर्म है। मंगलवार को भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा गया। उससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सवाल खड़े किए थे। हालांकि विपक्ष के बाकी सभी दल सरकार के साथ खड़े हैं। मंगलवार को आए सी वोटर के सर्वे में कुछ और बयां हो रहा है।
पाक के मुकाबले चीन को ज्यादा बड़ी समस्या मानते है लोग
एजेंसी ने 11 हजार से ज्यादा लोगों पर सर्वे किया। सर्वे में रोचक तथ्य आए हैं। यह बताता है कि 68 फीसद लोग पाकिस्तान के मुकाबले चीन को ज्यादा बड़ी समस्या मानते हैं। लोगों से यह सवाल पूछा गया कि क्या चीन को भारत ने सटीक तरीके से जवाब दिया? जवाब में 39 फीसद लोगों ने माना कि केंद्र सरकार ने करारा जवाब दिया। लेकिन 60 फीसद लोगों को अभी कुछ और कार्रवाई की चाहत है। नेतृत्व के चेहरे के मामले में वर्षो से मोदी अव्वल है और चीन विवाद के बावजूद उस पर आंच नहीं आई है।
राष्ट्रीय सुरक्षा पीएम मोदी के हाथ में सुरक्षित
लगभग 73 फीसद लोगों का मानना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा पीएम मोदी के हाथ में सुरक्षित है। इसके मुकाबले 14.4 फीसद लोगों ने राहुल गांधी मे भरोसा जताया। दल की बात हो तो पीएम मोदी और भाजपा में 73.6 फीसद लोगों ने अपना मत दिया जबकि विपक्ष के लिए 16.7 फीसद लोगों का मत था। लगभग नौ फीसद लोगों का मानना था कि वर्तमान चीन विवाद को कोई नहीं सुलझा सकता है।