उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी के दीखा समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल व कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) गुरमीत सिंह ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि सीएम के हाथ में चोट लग गई। जब उन्हें आराम की जरूरत थी, वह दौड़भाग कर रहे हैं। वहीं उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत की कार पलट गई थी। वह दूसरे दिन दून विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में थे। उन्होंने कहा कि कार पलटे या फ्रैक्चर हो। दिल में कुछ करने का जज्बा हो तो फिर कदम कहां रुकते हैं।
कुलाधिपति ने कहा कि फौजियों व पूर्व सैनिकों को मुक्त विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर ज्ञान हासिल करना चाहिए। साथ ही राज्यपाल ने आत्म अनुशासन को जीवन में आगे बढऩे की लिए जरूरी बताया। उन्होंने पद्मश्री अनूप साह व पर्यावरणविद सचिदानंद भारती को युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताया। साथ ही जय हिंद के नारे लगाए। वहीं सीएम ने कहा कि सीएम ने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में वह अपने को आज भी इंटर का विद्यार्थी समझते हैं। वह तो उपाधि धारकों से भी छोटे छात्र हैं। हर कदम पर नया सीखते रहते हैं। कहने लगे, जब दुनिया को शिक्षा का ज्ञान नहीं था, तब हमारे वहां नालंदा व तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय संचालित थे। विचारों की श्रृंखला के तहत वह 2025 के उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य देखना चाहते हैं।