कोरोना वायरस के संक्रमण काल में उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ साये की तरह खड़े मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज 49वां जन्मदिन है। उनको आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर जन्मदिन की बधाई दी है। विश्व पर्यावरण दिवस के दिन यानी पांच जून को अपने जन्मदिन पर उन्होंने अपने सरकारी आवास पर पौधरोपण किया, इसके बाद वह टीम-11 के साथ कोरोना वायरस संक्रमण की समीक्षा में लग गए।
सीएम योगी आदित्यनाथ अपने जन्मदिन पर कोई आयोजन नहीं करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना जन्मदिन नहीं मनाते हैं। योगी होने के नाते भी वे इन सबसे दूर रहते हैं। इसके बाद भी उनके जन्मदिन पर उनको बधाइयों का तांता लगा रहता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह फोन करके सीएम योगी आदित्यनाथ को उनके 49वें जन्मदिन की बधाई दी। पीएम मोदी ने इसका उल्लेख अपने ट्वीट में भी किया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके उन्हे शुभकामनाएं दी हैं। पीएम मोदी ने लिखा है कि उनके नेतृत्व में प्रदेश उन्नति की नई ऊंचाइयां छू रहा है। नागरिकों की जिंदगी में उल्लेखनीय परिवर्तन हुए हैं। ईश्वर उन्हें लंबी और स्वस्थ जिंदगी दे।
Birthday greetings to UP’s dynamic and industrious CM, Shri @myogiadityanath Ji. Under his leadership the state is scaling new heights of progress across all sectors. There is a marked improvement in the lives of citizens. May Almighty bless him with a long and healthy life.
Birthday greetings to UP’s dynamic and industrious CM, Shri @myogiadityanath Ji. Under his leadership the state is scaling new heights of progress across all sectors. There is a marked improvement in the lives of citizens. May Almighty bless him with a long and healthy life.
सीएम योगी आदित्यनाथ को आज उनके जन्मदिन पर लाखों प्रशंसकों की शुभकामनाएं मिल रही हैं। उनका गुरुवार शाम को गोरखपुर जाने का कार्यक्रम था लेकिन उन्होंने उसे रद कर दिया और आज सुबह पौधरोपण के बाद से अपने सरकारी आवास में ही कोरोना वायरस समीक्षा बैठक में जुट गए हैं।
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के सीएम होने के साथ साथ योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के महंत भी हैं। इससे पहले सिर्फ 26 वर्ष की उम्र में वह गोरखपुर के सांसद बने। इसके बाद संसद तक उनका सफर तब तक जारी रहा जब तक वह 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री नहीं बन गये।
उन्होंने 19 मार्च 2017 को प्रदेश के विधान सभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत के बाद यूपी के 21वें मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। योगी आदित्यनाथ 1998 से 2017 तक भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और 2014 लोकसभा चुनाव में भी यहीं से सांसद चुने गए थे।
योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महन्त अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं। वह हिन्दू युवाओं के सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, तथा इनकी छवि एक प्रखर राष्ट्ररवादी नेता की है।
उत्तराखंड में जन्म तथा शिक्षा
योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर तहसील के पंचुर गांव में हुआ। उनके पिता स्वर्गीय आनन्द सिंह बिष्ट फॉरेस्ट रेंजर थे। उनकी माता का नाम श्रीमती सावित्री देवी है। योगी बचपन से ही बहुत कुशाग्र और कर्मठ स्वभाव के थे।
बाल्यकाल में ही उनका मन ज्ञान-विज्ञान के जटिल प्रश्नों को हर करने के साथ-साथ अध्यात्म की ओर भी झुकने लगा था। माता-पिता की सात संतानों में तीन बड़ी बहनों और एक बड़े भाई के बाद योगी आदित्यनाथ पांचवें थे। उनसे छोटे दो भाई हैं। उन्होंने बीएससी तक की शिक्षा ग्रहण की है।