जिला प्रशासन के अनुरोध पर प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमित पाए जाने के नियम में बदलाव किया है । अब यदि सोसायटी के किसी टावर में कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिलेगा तो सोसायटी के बजाय सिर्फ उस टावर को सील किया जाएगा। सरकार के नए नियम से जिले की विभिन्न सोसायटी में रहने वाले लोगों को राहत मिलेगी। जिले में बड़ी संख्या में सोसा सोसायटियों में कोरोना के मामले लगातार मिल रहे हैं। नियम के तहत अभी तक सोसायटी में यदि कोई मामला मिलता है तो जिला प्रशासन के द्वारा पूरी सोसायटी को सील कर दिया जाता है। जिले में वर्तमान में 10 से अधिक सोसायटी सील है । एक मामला पाए जाने पर पूरी सोसायटी सील होने से सोसायटी में रहने वाले लोगों में नाराजगी बढ़ रही थी।
बुधवार को इको विलेज सोसायटी के लोगों ने इस बात को लेकर हंगामा भी किया था। सोसायटी के लोगों ने नाराजगी जताई थी और मांग की थी कि सिर्फ उस टावर को सील किया जाए जिसमें संक्रमित व्यक्ति मिला है । मांग के समर्थन सोसायटी के लोगों ने विधायक तेजपाल नागर से भी मुलाकात की थी। यहां तक कि क्षेत्रीय सांसद महेश शर्मा को भी इस बाबत लोगों ने पत्र लिखा था।
बताया जा रहा है कि लोगों को होने वाली दिक्कतों को देखते हुए जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने शासन को पत्र लिखकर नियम में बदलाव करने की मांग की थी। लोगों की परेशानियों को देखते हुए सरकार ने नियम में बदलाव करने का आदेश दिया है। जिलाधिकारी ने बताया अब यदि किसी सोसायटी में एक संक्रमित मिलता है तो अब सिर्फ उस सोसायटी के टावर एक टावर को ही सील किया जाएगा। नियम के तहत अभी तक जो सोसायटी पूरी तरह से सील थी, उन्हें जल्द खोल दिया जाएगा। इस फैसले से नोएडा-ग्रेटर नोए़डा में रहने वाले लाखों लोगों को राहत मिली है।