शासन को यूक्रेन में अभी तक उत्तराखंड के 287 व्यक्तियों के फंसे होने की सूचना मिली है। इनमें से 86 सकुशल वापस आ चुके हैं। मुख्य सचिव एसएस संधु ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे फंसे व्यक्तियों के स्वजन से निरंतर संपर्क में रहे। यदि इंटरनेट मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म से किसी छात्र या अन्य नागरिकों के फंसे होने की सूचना मिलती है और उनकी लोकेशन नहीं मिल पा रही है तो इसके लिए अपर पुलिस महानिदेशक इंटेलीजेंस के संपर्क में रहें।
गुरुवार को मुख्य सचिव एसएस संधु ने सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों के साथ यूक्रेन में फंसे उत्तराखंडवासियों के संबंध में बैठक की। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फंसे व्यक्तियों के स्वजन से लगातार संपर्क कर इसकी जानकारी शासन व स्थानिक आयुक्त कार्यालय, नई दिल्ली से साझा की जाए, ताकि यूक्रेन में फंसे छात्रों व अन्य नागरिकों को शीघ्रता से वापस लाया जा सके।
मुख्य सचिव ने कहा कि दिल्ली एवं मुंबई में राज्य द्वारा यूक्रेन से आने वाले उत्तराखंड वासियों के लिए समन्वय केंद्र बनाए गए हैं। सभी आने वालों के ठहरने और खाने की व्यवस्था की गई है। यूक्रेन से आने वाले नागरिकों की जो भी लोकेशन मिल रही है, उन सूचनाओं का आदान-प्रदान तेजी से किया जाए। उन्होंने कहा कि यूक्रेन व आसपास के देश में फंसे जिन व्यक्तियों अथवा उनके स्वजन से संपर्क नहीं हो पाया है, प्राप्त डाटा के आधार पर उनके स्वजन से संपर्क साधने को टीमें भेजी जाएं।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद वद्र्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, एडीजी इंटेलीजेंस संजय गुंज्याल, सचिव एसए मुरुगेशन सहित वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी भी मौजूद थे।