30 दिन और 37 मामले। जिनमें नौ अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। बाकी के 28 का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। मंगलवार को हरिद्वार में दो नए मामले सामने आने के बाद ये है उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की ताजा तस्वीर। प्रदेश में ठीक एक माह पहले कोरोना ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी।
बीती 15 मार्च को स्पेन के शैक्षणिक भ्रमण से लौटे इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन सेवा अकादमी के एक प्रशिक्षु आइएफएस में कोरोना की पुष्टि हुई थी। अगले चार दिन में अकादमी के ही दो और प्रशिक्षु आइएफएस की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो सिस्टम के हाथ-पांव फूल गए। यानी वायरस ने अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड में भी पैर पसारने शुरू कर दिए थे। मार्च अंत तक राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर सात तक पहुंच गई।
कोरोना को देखते हुए सरकार, शासन-प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग शुरुआती चरण से ही तैयारियों में जुटे थे, लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ने से सिस्टम की बेचैनी बढ़ने लगी। ऐसे में पहाड़ से लेकर मैदान तक न सिर्फ सख्ती से लॉकडाउन व शारीरिक दूरी के नियमों पर अमल कराया गया, बल्कि इसका उल्लंघन करने वालों पर मुकदमा भी दर्ज किया गया। कोरोना के खिलाफ छिड़ी जंग में फ्रंटलाइन पर डटे कोरोना योद्धा भी पूरी मुस्तैदी के साथ अपने कर्तव्यों का निवर्हन करते रहे। लेकिन, इस बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज व अन्य तब्लीगी जमातों से लौटे जमातियों ने सिस्टम की तैयारियों पर पानी फेर दिया। मार्च के 15 दिन में जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या सात थी, वहीं अप्रैल के प्रथम सप्ताह में यह 80 प्रतिशत तक बढ़ गई।
इस दरमियान देहरादून, ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार, नैनीताल व अल्मोड़ा में 28 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई। ये सभी मरीज जमाती या उनके संपर्क में आए लोग थे। कुल मिलाकर कोरोना के लिहाज से अप्रैल का पहला सप्ताह देवभूमि पर भारी रहा। शुक्र इतना कि सात पर्वतीय जिले चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, बागेश्वर, चंपावत और पिथौरागढ़ इसकी चपेट में आने से बचे रहे। फिलहाल यहां कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है।
पौड़ी जिले को भी कोरोना मुक्त घोषित कर दिया गया है। क्योंकि. दुगड्डा निवासी युवक के स्वस्थ होने के दो सप्ताह बाद यहां कोई नया मामला सामने नहीं आया है। मृत्यु का ग्राफ शून्य होने से सरकार भी राहत में है।
प्रदेश में ऐसे हुई पॉजिटिव मरीजों की पहचान
- 15 मार्च: आइजीएनएफए के प्रशिक्षु आइएफएस में कोरोना की पुष्टि
- 19 मार्च: आइजीएनएफए के दो और प्रशिक्षु आइएफएस कोरोना संक्रमित
- 23 मार्च: अमेरिकी नागरिक की जांच रिपोर्ट भी आई पॉजिटिव
- 25 मार्च: दुगड्डा निवासी युवक में कोरोना संक्रमण की पुष्टि
- 29 मार्च: राजस्थान से दून लौटे सेना के सूबेदार में पुष्टि
- 02 अप्रैल: ऊधमसिंहनगर में तीन जमाती कोरोना पॉजिटिव
- 03 अप्रैल: देहरादून के पांच और ऊधमसिंहनगर-बाजपुर निवासी एक जमाती में कोरोना की पुष्टि
- 04 अप्रैल: छह और जमातियों में हुई कोरोना की पुष्टि
- 05 अप्रैल: देहरादून निवासी तीन व नैनीताल निवासी एक जमाती की रिपोर्ट पॉजिटिव
- 06 अप्रैल: दून में जमातियों के संपर्क में आए चार लोग व रानीखेत निवासी एक जमाती की रिपोर्ट पॉजिटिव
- 08 अप्रैल: हरिद्वार में दो और नैनीताल-हल्द्वानी में जमाती संग दो लोगों में पुष्टि
- 14 अप्रैल: हरिद्वार में दो और जमाती कोरोना पॉजिटिव