भारत में जासूसी के आरोप में पकड़े गए पाक उच्चायोग के दो अफसरों को तत्काल देश छोड़ने के फैसले पर पाकिस्तान ने सोमवार को अपनी प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा है हम भारत के फैसले का कड़ा विरोध करते हुए इसकी निंदा करते हैं। पड़ोसी मुल्क ने कहा भारत के सारे तर्क निराधार है और हम इसे अस्वीकार करते हैं। पाकिस्तान सरकार ने कहा कि हमारे उच्चायोग के दोनों अफसर बेगुनाह है और उनको बेवजह फंसाया जा रहा है। पाकिस्तान ने यह भी कहा कि भारतीय कार्रवाई कूटनीतिक संबंधों और राजनयिक मानदंडों पर वियना कन्वेंशन का स्पष्ट उल्लंघन है।
बता दें कि सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान के दो आइएसआइ एजेंटों को भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठान के गोपनीय दस्तावेजों के साथ को गिरफ्तार किया है। भारतीय एजेंसियों ने दोनों पाकिस्तान एजेंटो उस समय रंगे हाथों पकड़ा, जब वह एक भारतीय से इन दस्तावेजों के बदले उसे पैसा दे रहे थे। पूछताछ के दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि वे पाकिस्तान उच्चायोग में अधिकारी थे और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए काम करते थे। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इस बात की तस्दीक कर रही है कि उनके पास कौन से अन्य अहम दस्तावेज है और उनका संपर्क किन लोगों से है।
पूछताछ के दौरान मिले अहम सुराग, आधार कार्ड निकला फर्जी
सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान दोनों ने पहले फर्जी आधार कार्ड दिखाकर भारतीय नागरिक होने का दावा किया। संदेह होने पर जब उनके आधार कार्ड की जांच की गई तो वह फर्जी निकला। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियांं चौकस हो गई। कड़ाई से पूछताछ के दौरान दोनों ने पाकिस्तानी नागरिक होने की बात कबूल की। उन्होंने स्वीकार किया कि दोनों पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी हैं और आइएसआइ के लिए काम करते हैं। सैन्य अधिकारियों ने कहा कि भारतीय अधिकारियों के संपर्क में आने के बाद वे अक्सर उन्हें निशाना बनाने के लिए पैसे या अन्य साधनों का इस्तेमाल कर उन्हें फुसलाते हैं। फिर बहुमूल्य जानकारी हासिल करने के लिए उनके साथ व्यक्तिगत संबंध स्थापित करने के लिए प्रयास करने की कोशिश करते हैं।
सैन्य खुफिया एजेंसी के रडार पर थे दोनों अफसर
जासूसी में शामिल दोनों अधिकारियों के नाम क्रम से आबिद हुसैन और मुहम्मद ताहिर है। दोनों नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के अफसर हैं। । सैन्य खुफिया एजेंसी के अनुसार, दोनो संदिग्ध थे और जासूसी गतिविधियों में शामिल होने के लिए ये दोनों अधिकारी लगभग एक साल से उनके रडार पर थे। भारतीय सैन्य खुफिया एवं आइबी की टीम ने दोनों के पास से सुरक्षा के अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। उनके पास फर्जी आधार कार्ड के अलवाा एक iPhone भी बरामद हुआ है