सतपाल महाराज की प्रतिक्रिया कहा आखिरकार सांसद सुब्रह्मण्य स्वामी को जवाब मिल ही गया।जानिये

*चारधाम देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड के फैसले के बाद श्री सतपाल महाराज की प्रतिक्रिया*

*कहा आखिरकार सांसद सुब्रह्मण्य स्वामी को जवाब मिल ही गया*

देहरादून।(प्रयास उतरांखड) उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड को लेकर हाईकोर्ट में सांसद सुब्रह्मण्य स्वामी की याचिका खारिज होने पर उत्तराखण्ड के पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री श्री सतपाल महाराज ने हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है।श्री सतपाल महाराज ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के क्रियान्वयन को लेकर माननीय उच्च न्यायालय के फैसला का वह स्वागत करते हैं। श्री महाराज ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड का गठन चारधाम यात्रा के बेहतर संचालन एवं ऐतिहासिक मंदिरों के उत्थान के लिए ही किया गया है। न्यायालय के फैसले के बाद बोर्ड की गतिविधियों में और अधिक गतिशिलता आने के साथ साथ सनातन संस्कृति के संरक्षण व राज्य के विकास में भी बेहतर प्रगति होगी ऐसा मुझे विश्वास है।
उन्होने कहा कि हमें अदालत के आदेश का इंतजार था और हम और हम इसका हृदय स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि अब चारों धामों की व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि स्वामी को उनके प्रश्नों का जवाब मिल गया होगा और अब सरकार चार धाम देवस्थानम बोर्ड के माध्यम से यात्रा के लिए अन्य व्यवस्थाएं भी कर सकती है। उन्होंने कहा कि जैसे ही लॉक डाउन समाप्त होगा चार धाम की यात्रा भी शुरू हो जाएगी ऐसे में हम यात्रियों के लिए सुगम और आरामदेह यात्रा की व्यवस्थाएं करेंगे। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा का अनुभव अब यात्रियों को पहले से बेहतर होगा।
*निशीथ सकलानी*
मीडिया प्रभारी, श्री सतपाल महाराज जी, माननीय मंत्री पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति एवं सिंचाई, उत्तराखंड सरकार।
Mob. N. 9634787266

*श्री महाराज ने पिथौरागढ़ की घटना दुःख जताया*

उत्तराखंड के जनपद पिथौरागढ स्थित बंगापानी तहसील के टांगा और गैला गांव में अतिवृष्टि के कारण हुई जन हानि के प्रति प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व, सिंचाई एवं संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज जी ने गहरी सवंदेना व्यक्त की है।
श्री सतपाल महाराज ने कहा कि एस डी आर एफ, आपदा प्रबंधन टीम राहत और बचाव कार्य में लगे हैं। उन्होने ने सभी विभागों को अलर्ट जारी कर प्रभावितों को जल्द से जल्द अनुमन्य राशि उपलब्ध करवाये जाने के निर्देश भी दिए हैं।

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