ईद की छुट्टियां मनाकर ड्यूटी पर लौट रहे जवान को आतंकियों ने दक्षिण-कश्मीर के कुलगाम में अगवा कर लिया। आतंकियों ने रास्ते में रोककर जवान की कार को आग लगा दी। जवान कुलगाम का ही रहने वाला है। वह प्रादेशिक सेना (टेरिटोरियल आर्मी) में तैनात है और शोपियां में तैनात है। बेटे के आतंकियों द्वारा अगवा किए जाने परिवार के लोग सदमे में हैं।
उन्होंने आतंकियों से अपने बेटे को छोड़ने की गुहार लगाई है। इस बीच, सुरक्षा बलों ने कुलगाम समेत शोपियां और अनंतनाग के कई इलाकों में व्यापक तलाशी अभियान चलाया है। टेरिटोरियल आर्मी का जवान शाकिर मंजूर गत सप्ताह ही ईद-उल-जुहा की छुट्टी पर अपने घर कुलगाम में आया था। घर में खुशियां अपार थीं। छुट्टियां पूरी होने पर उसे शोपियां में ड्यूटी पर जाना था। इसलिए रविवार की शाम को वह कार से शोपियां के लिए रवाना हुआ। उसे रास्ते में ही आतंकियों ने अगवा कर लिया।
सूत्रों के अनुसार, स्थानीय लोगों देर रात को रंबहामा में सड़क पर आग की लपटें देखीं। जब लोग पास पहुंचे तो देखा कि एक कार आग में जल रही थी। स्थानीय लोगों ने आग को बुझाया और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि कार मुजफ्फर मंजूर के नाम है। कार के मालिक को खोजने के बाद पता चला कि उसे टेरिटोरियल आर्मी का जवान शाकिर मंजूर चला रहा था। इस पर उसकी बटालियन में संपर्क किया गया तो पता चला कि वह वापस पहुंचा ही नहीं है। इसी बीच, पुलिस को अपने तंत्र से पता चला कि शाकिर को आतंकियों ने अगवा कर लिया है। अगवा करने के बाद उसकी कार में आग लगा दी गई।
खोजी कुत्तों और ड्रोन की भी मदद :
सेना और सीआरपीएफ के जवानों ने रंबहामा के साथ सटे शोपियां और अनंतनाग के गांवों में भी तलाशी अभियान शुरू किया है। इसके अलावा जहां कार मिली है, उसके आसपास के खेतों और बागों के ऊपर ड्रोन उड़ाया जा रहा है। खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। फिलहाल, अगवा जवान का कोई सुराग नहीं मिला था।
मां और बहनें बिलख रहीं :
जवान के अगवा होने की खबर मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उसकी मां और बहनें बिलख रही हैं। उन्होंने आतंकियों को खु़दा और इस्लाम का वास्ता देकर उसे रिहा करने की अपील की है। उसके पिता ने कहा कि वह जिस किसी भाई के पास है, वह उसे रिहा कर दें।