देहरादून -(प्रयास उतरांखड) 04 अगस्त 2020 (जि.सू.का), जिलाधिकारी/अध्यक्ष जिला जल एवं स्वच्छता मिशन डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जनपद में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के संचालन हेतु गठित जिला जल एवं स्वच्छता मिशन समिति की एन.आई.सी सभागार में बैठक आयोजित की गयी। जिसमें जल जीवन मिशन
कार्यक्रम के बेहतर इम्लिमेन्टेशन हेतु जनपद में प्राकलनों के अनुमोदन हेतु तकनीकी परीक्षण समिति (टी.ए.सी) के गठन, जनपद में पेयजल आच्छादन की अद्यतन स्थिति एवं जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जल संस्थान, पेयजल, निगम तथा स्वजल जैसी कार्यदायी संस्थाओं के मध्य आवंटित लक्ष्यों तथा उसके सापेक्ष की गयी प्रगति पर चर्चा की गयी।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत सम्पूर्ण डोईवाला विधानसभा क्षेत्र को पेयजल योजना से आच्छादित किया जाना है तथा इस सम्बन्ध में उन्होंने जल संस्थान तथा पेयजल निगम को निर्देश दिये कि इस योजना की सम्पूर्ण डीपीआर तैयार कर आगामी 6 अगस्त को होने वाली बैठक में कार्ययोजना के साथ प्रस्तुत करें। उन्होंने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत बनाये जाने वाले प्राक्कलनों के तकनीकी परीक्षण एवं अनुमोदन हेतु तकनीक परीक्षण समिति (टी.ए.सी) का गठन किया। समिति में उन्होंने पेयजल निगम, जल संस्थान, व सिचांई विभाग के अभियन्ताओं के साथ ही मुख्य कोषाधिकारी द्वारा नामित वित्तीय जानकारी के सदस्यों को समिति में नामित करने का अनुमोदन किया। यह तकनीकि परीक्षण समिति जल जीवन मिशन से सम्बन्धित जनपदीय तथा मण्डलायुक्त स्तर के स्वीकृति हेतु प्रस्तुत किये जाने वाले प्रस्तावों पर तकनीकी पहलुओं का अनुमोदन करेगी।
जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन से सम्बन्धित ‘स्वजल’ के पास के सभी प्रस्तावों को जल संस्थान को हैण्ड ओवर करने के निर्देश दिये ताकि जल संस्थान इन प्रस्तावों पर तेजी से अग्रिम कार्य कर सके। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने जल संस्थान और पेयजल निगम को निर्देश दिये कि दोनों विभाग के जनपद जल जीवन मिशन से सम्बन्धित प्रस्तावों की अवशेष डीपीआर तेजी से बनायें तथा डोईवाला क्षेत्र की पेयजल से सम्बन्धित अवशेष डीपीआर को पूरी करते हुए अग्रिम बैठक में कार्य योजना सहित उसे प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि पेयजल योजना से सम्बन्धित जनपद में जो भी डीपीआर आवशेष है उनको तेजी से पूर्ण करें।
विदित है कि जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत प्रत्येक ग्रामीण परिवार एवं सार्वजनिक संस्थानों (ग्राम पंचायत भवन, स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र आदि) को 2024 से पूर्व पाईप्ड पेयजल योजना से समुचित मात्रा एवं निर्धारित गुणवत्तायुक्त क्रियाशील घरेलू जल संयोजन (एफ.एच.टी.सी)उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे ग्रामीण समुदायों के जीवन स्तर में सुधार हो सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, अधीक्षण अभियन्ता/नोडल अधिकारी जल जीवन मिशन एस.सी पंत, परियोजना प्रबन्धक व सदस्य सचिव जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी आशारानी पैन्यूली, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान नमित रमोला, मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ दिनेश चैहान व स्वजल, सिंचाई विभाग सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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