अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का उल्लास पहाड़ में भी नजर आ रहा है। इसी कड़ी में भूमि पूजन की पूर्व संध्या पर बदरीनाथ व यमुनोत्री धाम में भी अनुष्ठान शुरू हो गए, जो आज शाम तक चलेंगे। केदारनाथ धाम में आज संध्याकाल में 101 दीप जलाकर दीपोत्सव मनाया जाएगा। जबकि, गंगोत्री धाम में सुबह सुंदरकांड और गंगा सहस्त्रनाम पाठ होगा।
बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि धाम में श्रीराम मंदिर भूमि पूजन की पूर्व संध्या पर सुंदरकांड, हनुमान चालीसा व राम भजन के पाठ शुरू हुए। जो आज शाम तक चलेंगे। जबकि, केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने बताया कि केदारनाथ मंदिर में आज तीर्थ पुरोहित दीपोत्सव मनाएंगे।
उधर, गंगोत्री धाम में आज सुबह से उत्सव शुरू होगा। गंगोत्री मंदिर समिति के सह सचिव राजेश सेमवाल ने बताया कि इसके तहत नौ बजे सुंदरकांड और गंगा सहस्त्रनाम पाठ होगा। जबकि, शाम को दीप जलाने का कार्यक्रम है। यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव कृतेश्वर उनियाल ने बताया कि यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली स्थित यमुना मंदिर में भी अखंड रामायण का पाठ शुरू हो गया, जो आज शाम संपन्न होगा।
इस अनुष्ठान में यमुनोत्री के तीर्थ पुरोहित, मंदिर समिति के सदस्य और पुरोहित समाज के सदस्य भाग ले रहे हैं। इसके अलावा उत्तरकाशी के विश्वनाथ मंदिर में मंगलवार शाम महंत जयेंद्र पुरी के सानिध्य में 101 दीप प्रज्वलित किए गए। सुबह दैनिक आरती के उपरांत हनुमान चालीसा के 51 पाठ होंगे और श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में हलुवा का वितरण किया जाएगा। शाम को 101 दीप जलाकर श्रीराम मंदिर निर्माण का उल्लास मनाया जाएगा।
भूमि पूजन पर दीयों से जगमग होगी धर्मनगरी
श्रीराम मंदिर भूमि पूजन के मौके पर धर्मनगरी भी दीयों से जगमग रहेगी। प्रमुख कार्यक्रम हरकी पैड़ी पर होगा। यहां 11 हजार दीप जलाए जाएंगे। श्री गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने बताया कि इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष नितिन गौतम ने बताया कि दीपोत्सव के लिए 25 हजार परिवारों से संपर्क किया गया है। हिंदू जागरण मंच के प्रांत महामंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने बताया कि सुबह हवन, दुग्धाभिषेक और पौधारोपण होगा। वहीं, जगजीतपुर स्थित सिद्धबली हनुमान मंदिर व नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में 1100 दीप जगमगाएंगे। महंत स्वामी आलोक गिरि ने बताया कि इस मौके पर भगवान को 11 हजार लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा।