छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू होगा। कोरोना वायरस (COVID-10) संक्रमण के मद्देनजर विधायकों के बैठने की व्यवस्था में बदलाव के साथ कई अन्य उपाय किए गए हैं। दो गज की दूरी के नियम का पालन करने के लिए सीट के बीच में कांच की दीवार बनाई गई है। सदन के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। इस चार दिवसीय सत्र के दौरान में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण, कानून व्यवस्था और अवैध खनन के मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास कर सकती है।
अधिकारियों के अनुसार सदन के भीतर अब एक सीट पर दो ही विधायक बैठ सकेंगे तथा उनके बीच कांच की दीवार होगी। इसके अलावा 11 अतिरिक्त सीटों की भी व्यवस्था की गई है। विधानसभा स्पीकर चरण दास महंत ने सोमवार को विधानसभा परिसर में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए उपायों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि विधायकों को विधानसभा परिसर के भीतर शारीरिक दूरी पालन करना होगा। इसके अलावा उन्हें मास्क या फेस कवर का इस्तेमाल और समय-समय पर अपने हाथों को सैनेटाइज करना या धोना अनिवार्य है।
अधिकारियों ने बताया कि सदन में प्रवेश करते वक्त प्रत्येक सदस्य का थर्मल स्क्रीनिंग और ऑक्सीजन लेवल की जांच की जाएगी। सत्र के दौरान आम जनता का प्रवेश विधानसभा में वर्जित रहेगा। विधानसभा परिसर में नियमित रूप से फ्यूमिगेशन और सैनेटाइजेशन किया जाएगा। विधानसभा में विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव, शराब की अवैध बिक्री, हाथियों की मौत, क्वारंटाइन सेंटर की स्थिति, अवैध रेत खनन समेत कई मामले को उठाएगी। उन्होंने कहा कि कहा कि सरकार से जवाब मांगने के लिए चार दिन का सत्र पर्याप्त नहीं है, लेकिन इस सीमित समय के दौरान हम जनता के हित से जुड़े सभी मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाएंगे।