पर्यूषण पर्व के दसवे दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के अवसर पर वासुपूज्य भगवान का निर्माण महोत्सव मनाया गया। जानिए

1/9/20 20 पर्यूषण पर्व के दसवे दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के अवसर पर श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर जैन भवन गांधी रोड पर एवं शहर के समस्त मंदिरों में अनंत चतुर्दशी और 12वीं तीर्थंकर देवाधिदेव 1008 वासुपूज्य भगवान का निर्माण महोत्सव मनाया गया इस श्रंखला में

श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर एवम जैन भवन गांधी रोड में *प्रातः 6:45 बजे से नित्य नियम अभिषेक, शांतिधारा हुई तत्पश्चात 8:00 बजे सामूहिक निर्वाण लाड़ू चढ़ाया गया।* दोपहर 2:00 बजे मंदिर प्रांगण में ही श्री जी की पालकी यात्रा सुक्ष्म रूप से निकाली गयी। श्री जी की पालकी यात्रा में सभी ने आनंद उत्सव कर नृत्य एवं भजन गाकर श्री जी की आराधना की। कोरोना वैश्विक महामारी को ध्यान में रखते हुए बहुत से जैन परिवारों ने अपने घर में पालकी यात्रा निकाली।

पावन पर्व पर शांति धारा श्री राजीव जैन रायपुर वाले श्री संजय जैन मल्टी चैनल वाले प्रथम कलश श्री संदीप जैन सहारनपुर वाले एवं श्री वासुपूज्य भगवान का निर्माण लाडू श्री अमित जैन सहारनपुर वाले कथा आज दोपहर 1:00 बजे मंदिर प्रांगण में पालकी यात्रा निकाली गई जिसमें श्रीजी की बोली राजीव जैन देहरा खास तथा खजांची की बोली श्री संदीप जैन सहारनपुर वाले तथा आरती की बोली श्री‌ मती रमा जैन वाइफ ऑफ श्री राजीव जैन रायपुर वालों ने सौभाग्य प्राप्त किया।
इस अवसर पर उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के बारे में बताते हुए जैन समाज के कार्यकारी अध्यक्ष श्री विनोद जैन जी ने कहा कि उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म ब्रह्म = आत्मा, ब्रह्म मे चर्या करना अर्थात आत्मा मे रहना, रमना। बाह्य इन्द्रिय विषय, काम वासना को छोड स्वभाव मे रहना, निश्चयसे ब्रह्मचर्य कि यही व्याख्या है।
इसी श्रंखला में जैन भवन के अध्यक्ष श्री प्रवीण जैन जी ने कहा कि हमे सुदर्शन सेठ के समान ब्रह्मचर्य व्रत का पालन प्रत्येक पुरुष को करना चाहिए। देखा जाय तो सीता कितने ही दिनों तक रावण के अधीन में रही आई, रावण ने सब तरह के लालच दिए सीता के सामने रक्खे, अपनी बड़ी भारी विभूति और विद्याधरों के प्रभाव से उसे प्रभावित करना चाहा तथा बहुरूपिणी विद्या सिद्ध करके रावण ने सीता केा अपने साथ विवाह करने के लिए अनेक भयानक दृश्य दिखलाये परंतु सीता के अटल ब्रह्मचर्य को वह जरा भी न डिगा सका।
सांध्यकालीन समय मे 7:30 बजे सामूहिक रूप से श्री जी की महाआरती का आयोजन किया गया।
इस मौके में जैन धर्मशाला के मंत्री श्री संदीप जैन उप मंत्री श्री अजीत जैन कोषाध्यक्ष श्री सुकुमार जैन सुखमाल जैन सुनीता जैन प्रिय जैन श्री नीरज जैन एवं दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष श्री विनोद जैन महामंत्री हर्ष जैन ,महेंद्र जैन,( एस बी आई ) अशोक जैन, विजय जैन, विनय जैन, मुनेंद्र स्वरूप जी, एस के जैन, सुधीर जैन ,बीना जैन ,(जैन कॉलोनी ) भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय महामंत्री श्री नरेश चंद जैन जी गौरव जैन मनीषा जैन पूर्णिमा सुदेश उमा सुनैना एवं समाज के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।
मधु जैन
केंद्रीय महिला संयोजिका भारतीय जैन मिलन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *