भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर हालात बहुत बुरे, मैं मदद को तैयार हूं- डोनाल्ड ट्रंप

भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को लेकर दोनों देशों के बीच तल्खियां जारी हैं। इस बीच अमेरिकी डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-चीन के बीच हुए तनाव को लेकर एक बार फिर बयान दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि भारत और चीन के बीच इस समय हालात बेहद गंभीर है। इसके साथ ही उन्होंने सीमा विवाद में दोनों देशों की मदद की भी पेशकश की है।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका, पश्चिमी हिमालय की पर्वत सीमा पर भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने में मदद करने के लिए तैयार है। ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा कि फिलहाद दोनों देशों के बीच स्थिति बहुत बुरी है। ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा कि भारत और चीन की सेनाएं पहले से बहुत अधिक मजबूती से इस बार आमने-सामने हैं, जिसका कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता।

बता दें कि भारत और चीन दोनों पक्षों ने जून में झड़प के बाद सीमा पर अतिरिक्त बल तैनात किया। लद्दाख में गलनव घाटी में हुए हिंसक झडप के दौरान 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इस बीच भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों ने शुक्रवार को मॉस्को में वार्ता की। मई में विवादित सीमा तनाव बढ़ने के बाद से दोनों देशों के बीच ये सबसे बड़ी उच्चतम स्तर की वार्ता रही है। इस बैठक में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने चीनी समकक्ष से बातचीत की। भारत के रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया कि यह बैठक 2 घंटे और 20 मिनट तक चली, लेकिन बैठक को लेकर और अधिक जानकारी नहीं दी गई।

अमेरिकी सरकार के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी रायटर को वाशिंगटन में कहा कि अमेरिकी मूल्यांकन है कि न तो चीन और न ही भारत इस विवाद को इस बिंदु पर धकेलने में रुचि रखते हैं कि वे युद्ध में शामिल होंगे। ट्रंप से व्हाइट हाउस में एक समाचार ब्रीफिंग में भारत-चीन विवाद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह दोनों देशों के साथ इस बारे में बात कर रहे हैं कि हालात को ठीक करने में मदद करने के लिए वह क्या कर सकता है।

बता दें ट्रंप पहले भी इन दो परमाणु-सशस्त्र राष्ट्रों के बीच मध्यस्थता की पेशकश कर चुके हैं। भारत और चीन दोनों देशों ने हमेशा साफ कहा है उन्हें मध्यस्थता करने के लिए किसी तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *