केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को बताया कि सरकार महिलाओं और बच्चों की तस्करी पर यथासंभव बेहद कड़े कानून को संसद में पेश करने की तैयारी कर रही है। तीसरे ‘लॉरेट्स एंड लीडर्स फॉर चिल्ड्रन समिट ऑन द फेयर शेयर फॉर चिल्ड्रन’ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के संरक्षण की दिशा में सरकार बेहद गंभीरता से काम कर रही है।
बता दें कि ‘लॉरेट्स एंड लीडर्स फॉर चिल्ड्रन’ बच्चों के अधिकार सुनिश्चित करने का एक गठजोड़ है जिसके प्रमुख नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी हैं। लोकसभा ने 2018 में ‘द ट्रैफिकिंग ऑफ पर्सस (प्रिवेंशन, प्रोटेक्शन एंड रिहेबिलिटेशन) बिल’ पारित किया था, लेकिन यह राज्यसभा से पारित नहीं हो सका था। 2019 में मोदी सरकार का पहला कार्यकाल खत्म होने के बाद यह बिल कालातीत हो गया था।
बच्चों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए सरकार द्वारा उठाए गए अन्य कदमों का उल्लेख करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महामारी से पहले संसद ने बच्चों को यौन उत्पीड़न से बचाने के लिए कड़ा कानून पारित किया था और इसमें शामिल लोगों को सजा के प्रावधान किए थे।