पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार आज 10 अक्टूबर, शनिवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे राजधानी पटना के दीघा स्थित जर्नादन घाट पर होगा।इसके पहले उनका पार्थिव शरीर वायुसेना के विशेष विमान से शुक्रवार की शाम साढ़े सात बजे दिल्ली से पटना लाया गया, जहां स्टेट हैंगर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। पासवान के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए लोजपा कार्यालय में रखा गया है।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने शुक्रवार को नई दिल्ली में 12 जनपथ स्थित उनके आवास पर जाकर पासवान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिराग पासवान के कंधे पर हाथ रखकर ढाढस बंधाया। 74 वर्षीय रामविलास पासवान का गुरुवार को निधन हो गया था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
शोक संवेदनाओं का तांता लगा रहा
पटना एयरपोर्ट से पासवान के पार्थिव शरीर को लोजपा कार्यालय लाया गया, जहां उनके नाते-रिश्तेदारों समेत लोजपा के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मौके पर पासवान की धर्मपत्नी रीना पासवान, पुत्र चिराग पासवान, भतीजा प्रिंस राज के अलावा भारत सरकार के प्रतिनिधि के रूप में केंद्रीय कानून और सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद मौजूद थे।
निजी आवास से निकलेगी अंतिम यात्रा
लोजपा के मीडिया प्रभारी कृष्ण सिंह कल्लू ने बताया कि शनिवार को सुबह आठ बजे लोजपा कार्यालय से दिवंगत नेता के पार्थिव शरीर को श्रीकृष्णपुरी स्थित उनके निजी आवास पर भी ले जाया जाएगा, जहां से उनकी अंतिम यात्रा दीघा के जनार्दन घाट के लिए शुरू होगी।
पासवान के सम्मान में आधा झुका रहा ध्वज
लोकजन शक्ति पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का आठ अक्टूबर को निधन हो गया। जिसके बाद उनके सम्मान में आज राजधानी की विभिन्न इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहे।
मंत्रिमंडल सचिवालय के आदेश पर पासवान के सम्मान में ध्वज आधे झुकाए गए। विभाग ने आदेश में कहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री का जहां अंतिम संस्कार होगा वहां अंत्येष्टि के दिन राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। मंत्रिमंडल सचिवालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
शाेक में डूबा बिहार
राम विलास पासवान के निधन पर बिहार में शोक की लहर है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, सीएम नीतीश कुमार, व उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों, बिहार से जुड़े केंद्रीय नेताओं, बिहार के जनप्रतिनिधियों व नेताओं तथा गणमान्य लोगों ने शोक व्यक्त किया है।
आत्मीय संबंधों के चलते हमेशा याद रहेंगे पासवान : नीतीश
विधानसभा परिसर में रामविलास पासवान के पाॢथव शरीर पर माल्यार्पण के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री के निधन से वह दुखी हैं। इधर कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी। हम सबको लग रहा था कि वह स्वस्थ हो जाएंगे, किंतु वह चले गए। उनके जाने से हम सब दुखी हैं। उन्होंने युवावस्था से ही लोगों की सेवा की थी। बड़े पैमाने पर लोगों से जुड़े भी रहे। हमारा उनसे पुराना संबंध रहा है। उन्होंने जो काम किया और जिस आत्मीयता से लोगों से जुड़े रहते थे, उससे लोग उन्हेंं हमेशा याद रखेंगे। एक दिन सबको जाना है, किंतु इस तरह जाने से दुख होना लाजिमी है।
भाई आप जल्दी चले गए: लालू प्रसाद यादव
राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने रामविलास पासवान से अपना 45 साल का रिश्ता बताया और सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। निधन की खबर सुनने के बाद दुख जताते हुए लालू ने लिखा कि रामविलास भाई आप जल्दी चले गए। इससे ज्यादा कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूं। आपके असामयिक निधन का समाचार सुन कर अति मर्माहत हूं। गत 45 वर्षों का अटूट रिश्ता और साथ लड़ी तमाम सामाजिक, राजनीतिक लड़ाइयां आंखों में तैर रही हैं। विदित हो कि पासवान से लालू का गहरा रिश्ता रहा। राजनीतिक बयानबाजियों के दौर में भी कभी लालू ने पासवान के बारे में कभी तल्ख टिप्पणी नहीं की।
केंद्रीय मंत्रियों ने जताया निधन पर शोक
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उन्हें याद करते हुए कहा कि रामविलास पासवान ने छह पीएम के साथ काम किया। केंद्रीय मंत्री गिरिरराज सिंह ने कहा कि उनका कोइ्र दुश्मन नहीं रहा, मतभेद भले रहे हों। बीजेपी के प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि वे समाजिक न्याय के नेता थे। उन्होंने समाज को जोड़ने के लिए जीवन दे दिया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि रामविलास पासवान का बिहार की राजनीति में योगदान अविस्मरणीय है।
कांग्रेस नेताओं ने व्यक्त किया शोक
कांग्रेस नेताओं ने रामविलास पासवान के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। बिहार कांग्रेस के प्रभारी
शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि उनकी कमी हर वक्त खलेगी। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि रामविलास पासवान का यूं चले जाना भारतीय राजनीति के लिए एक गहरा सदमा है। वे हमेशा याद आते रहेंगे। विधायक दल के नेता सदानंद सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष समीर कुमार सिंह, श्याम सुंदर सिंह धीरज, डॉ. अशोक कुमार, कौकब कादरी, अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रेमचंद मिश्रा, हरखू झा, एचके वर्मा और राजेश राठौर ने भी शोक व्यक्त किया है।
गणमान्य ने दी श्रद्धांजलि
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि पासवान के निधन से वे मर्माहत हैं। विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि देश और बिहार के विकास के लिए रामविलास पासवान द्वारा किए गए कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि बिहार के बेमिसाल लाल रामविलास पासवान के निधन से उन्हें व्यक्तिगत क्षति हुई है।