कोरोना के लिहाज से उत्तराखंड अब सुकून में है। जिस तरह से सितंबर में कोरोना वायरस ने सितम ढाया था, उसको देखते हुए अक्टूबर में न केवल मामले कम आए हैं, बल्कि संक्रमण दर भी घटी है। प्रदेश में 31वें सप्ताह (11-17 अक्टूबर) कोरोना के 3123 नए मामले आए। यह बीते आठ हफ्तों में कोरोना मरीजों की सबसे कम संख्या है। यही नहीं, बीते आठ सप्ताह में एक्टिव केस का आंकड़ा भी इसी दरम्यान सबसे कम रहा। सुकून इस बात से भी है कि 31वें हफ्ते संक्रमण दर में भी गिरावट दिखी है। इस दौरान संक्रमण दर 13 सप्ताह के अपने न्यूनतम स्तर (4.07 फीसद) पर रही है। रविवार को भी यह राहत बरकरार रही। प्रदेश में 376 और लोग में कोरोना की पुष्टि हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार निजी व सरकारी लैब से कुल 9903 सैंपल की जांच रिपोर्ट मिली, जिनमें 9527 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जनपद देहरादून में फिर सर्वाधिक 128 लोग संक्रमित मिले हैं। पौड़ी गढ़वाल में 42 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। नैनीताल में 34, टिहरी गढ़वाल में 31, चमोली में 29, हरिद्वार में 28, ऊधमसिंह नगर में 22, चंपावत में 16, उत्तरकाशी में 13, बागेश्वर में 11 व रुद्रप्रयाग में भी 10 लोग में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके अलावा पिथौरागढ़ में आठ व अल्मोड़ा में चार लोग संक्रमित मिले हैं। बता दें कि अभी तक प्रदेश में 58024 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जिनमें 50982 स्वस्थ हो गए हैं। वर्तमान में 5728 एक्टिव केस हैं, जबकि 387 मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं।
162 मरीज स्वस्थ
एक तरफ जहां कोरोना के नए मरीज मिलने की दर कम हुई है, वहीं स्वस्थ होने वाले मरीजों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। रविवार को भी 162 मरीजों ने कोरोना से जंग जीत ली है। इनमें 42 हरिद्वार, 41 उत्तरकाशी, 28 ऊधमसिंह नगर, 20 रुद्रप्रयाग, 11 देहरादून, 8 टिहरी, तीन-तीन पौड़ी, चमोली व चंपावत, दो नैनीताल और एक मरीज अल्मोड़ा से है। वर्तमान में रिकवरी दर 87.86 फीसद है।
तीन मरीजों की मौत
रविवार को न केवल मरीजों की संख्या कम रही, बल्कि मरने वालों का आंकड़ा भी गिरा। प्रदेश में तीन और मरीजों की मौत हुई है। इनमें श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में 66 वर्षीय महिला की मौत हुई है। हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में 85 वर्षीय बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। जबकि हल्द्वानी स्थित डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भी 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमित 927 मरीजों की मौत हो चुकी है।