भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को उद्धव ठाकरे, नवीन पटनायक, ममता बनर्जी और पिन्नाराई विजयन का नाम लिए बगैर उनकी कार्यशैली को निकृष्ट तानाशाह जैसा करार दिया है। केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने यह हमला पत्रकार अर्णब गोस्वामी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद किया है। सर्वोच्च अदालत ने अर्णब को बेल देने के साथ ही कानून की धज्जियां उड़ाने पर महाराष्ट्र सरकार को फटकार लगाई है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जय पांडा ने बुधवार को ट्वीट करके कहा कि आत्महत्या के एक बंद हो चुके मामले में अर्णब को जेल में डालने को लेकर निकृष्ट तानाशाहों के लिए यह चेतावनी है।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत से अर्णब के वह संवैधानिक अधिकार बहाल हुए हैं जिनपर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार जुल्म कर रही है। भाजपा नेता ने महाराष्ट्र का साथ देने पर पश्चिम बंगाल, ओडिशा और केरल की खिंचाई करते हुए कहा कि यह वह राज्य हैं जहां भाजपा के कार्यकर्ता राजनीतिक हितों को साधने के लिए मारे जा रहे हैं।
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को आत्महत्या मामले में अंतरिम जमानत देने के सुप्रीम कोर्ट फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में महाविकास अगाड़ी सरकार को “अपना स्थान दिखाया गया है।
उधर, रिहाई के बाद अर्नब गोस्वामी ने कहा था कि यह एक सरकार द्वारा किया गया गैरकानूनी गिरफ्तारी थी जो यह नहीं समझता है कि यह स्वतंत्र मीडिया को वापस नहीं ला सकता है। अगर उद्धव ठाकरे को मेरी पत्रकारिता से कोई समस्या है, तो उन्हें मुझे साक्षात्कार देना चाहिए। मैं उनसे चुनौती देता हूं कि वे उन मुद्दों पर बहस करें, जिनसे मैं असहमत हूं।