उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज चौथा और अंतिम दिन है। आज असरकारी दिवस होगा, जिसमें प्रश्नकाल नहीं होगा। बुधवार को कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में एक दिन सत्र बढ़ाने का फ़ैसला लिया गया। विपक्ष कार्यस्थगन प्रस्ताव ला सकेगा। विपक्ष ने सरकार से सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग थी। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही शुरू हो गई। पहले ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा चल रही है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने हरिद्वार में बालिका हत्यकांड के मुद्दे को उठाया। सरकार की ओर से सदन में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने बताया, हरिद्वार घटना पर डीआइजी गढ़वाल के नेतृत्व में टीम का गठन अतिरिक्त रूप से किया जाएगा और अभियुक्त को फांसी की सजा तक पहुंचाया जाएगा। फ़ास्ट ट्रेक में मामला चलेगा।
21 दिसंबर से शुरू हुए शीतकालीन सत्र की अवधि तीन दिन प्रस्तावित थी, लेकिन विपक्ष की ओर से लगातार इसकी अवधि बढ़ाने की मांग की जा रही थी। बीते रोज सत्र की अवधि एक दिन बढ़ाने पर करीब-करीब सहमति बन गई थी। बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि सत्र 24 दिसंबर को भी चलेगा।
गुरुवार को सत्र के दौरान विधायकों की याचिकाएं, असरकारी संकल्प प्रस्तुत किए जाएंगे। असरकारी संकल्पों पर चर्चा होगी। दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना की ओर से छह दिसंबर 2018 को रखे गए पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि, बागवानी, सगंध खेती और रोजगारपरक खेती कराने संबंधी असरकारी संकल्प पर भी चर्चा हो सकती है।