उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार दोपहर में हैंडलूम नगरी के रूप में विख्यात पिलखुवा में जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा को लेकर चली आ रही तैयारियां पूरी हो चुकी है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर तैयार किए गए घेरे में परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री करोड़ों की विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करेंगे। विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरण किए जाएंगे। लगभग एक घंटा जनमानस मुख्यमंत्री के विचारों से रूबरू होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दोपहर 12:30 बजे पिलखुवा पहुंचने का कार्यक्रम निर्धारित हुआ है। हालांकि जनसभा स्थल पर कार्यक्रम सुबह 11 बजे से शुरू हो जाएगा। दस बजे से लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू होगा। वाटर प्रूफ पंडाल में आम लोगों के 15 हजार कुर्सियों की व्यवस्था की गई है। वीवीआईपी और वीआईपी अलग है। तीन पीएसी की कंपनी सहित लगभग तीन हजार पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है।
मेरठ मंडल के मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह, आईजी प्रवीन कुमार सहित जनपद के जिलाधिकारी अनुज सिंह, पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर बुधवार सुबह से की व्यवस्थाओं में जुट गए है। जनसभा में 20 हजार से अधिक लोगों के पहुंचने का अनुमान है। मुख्यमंत्री के आवागमन को लेकर शहर से लेकर गांव तक लोग उत्साहित हैं।
ग्रामीणों को जनसभा स्थल तक लाने के लिए पार्टी के नेताओं द्वारा बस की सुविधा की गई है। लगभग पांच सौ बसों के आने की संभावना है। तीन हजार से अधिक कार और पांच हजार दोपहिया वाहन पहुंचेंगे।हाईवे- 9 पर यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए प्रशासन की तरफ से पांच वाहन पार्किंग बनाई गई है। दिल्ली- गाजियाबाद की तरफ से आने वाले वाहनों को छिजारसी टोल प्लाजा के निकट राणा डिग्री कालेज के सामने खाली मैदान में खड़ा किया जाएगा। हापुड़, ब्रजघाट की तरफ से आने वाले वाहनों के लिए श्रीराम हास्पिटल के सामने और धौलाना की तरफ से आने वाले वाहन धौलाना रोड स्थित दोनों सब्जी मंडियों में खड़े गए जाएंगे। जनसभा समाप्त होने के बाद भीड़ पर काबू पाने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है।
मौसम ने ली करवट, अधिकारियों की फूली सांस
सुबह से ही मौसम बिगड़ता नजर आ रहा है। बादलों की गडगडाहट के चलते मूसलाधार बारिश होने की संभावना बनी हुई है। इसके चलते तैयारियों में जुटे अधिकारियों की सांस फूलने लगी है। हालांकि जनसभा वाटर प्रूफ पंडाल में हो रही है, लेकिन बारिश होने पर अव्यवस्था फैलने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
जनसभा एक मैदान में है। मैदान में 200 फीट चौड़ा और 450 फीट लंबा पंडाल लगाया गया है। मैदान का एक हिस्सा खाली छोड़ा गया है। बारिश होने पर इस खाली हिस्से में जलभराव और कीचड़ होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त जनसभा में प्रवेश करने के लिए बनाए गए आम लोगों के तीनों गेटों पर मिट्टी का भराव किया गया है। जो बारिश होने पर कीचड़ में तब्दील हो जाएंगे। इसके अतिरिक्त बारिश के कारण दूर-दराज से आने वाले लोगों को कठिनाइओं को सामना करना पड़ सकता है।
पिलखुवा शहर से बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। लेकिन, यदि बारिश हुई तो लोगों को घरों से निकलना मुश्किल हो जाएगा। दरअसल, शहर में हल्की बारिश होने पर ही जलभराव की समस्या उत्पन हो जाती है। शहर का मुख्य मार्ग गांधी रोड मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना के बाद ही जर्जर है। गहरे गड्ढे बारिश होने पर परेशानी का सबब बन सकते हैं।