गोरखपुर, नवरा़त्र और विजयादशमी के पारंपरिक अनुष्ठान के लिए मंगलवार को गोरखनाथ मंदिर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर के शक्तिपीठ में बुधवार की सुबह लोकमंगल के लिए मां भगवती के आठवें स्वरूप महागौरी की पूरे विधि-विधान से आराधना की। सुबह करीब साढ़े चार बजे से शुरू हुआ अनुष्ठान नौ बजे तक चला। पूजन कार्य मंदिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी वैदिक के नेतृत्व में 11 ब्राह्ममणों द्वारा सम्पन्न कराया गया।
शस्त्र की आराधना की
पूजा की शुरुआत गौरी-गणेश, वरुण और यंत्र पूजन से हुई। उसके बाद मुख्यमंत्री ने बारी-बारी नवग्रह, द्वादश ज्योतिर्लिंग, अर्धनारीश्वर और शस्त्र की आराधना की। पूजा का समापन दुर्गा सप्तसती और देवी पुराण के पाठ से हुआ। अंत में क्षमायाचना और आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया। पूजा के चलते मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री योगी अपने आवास से नहीं निकले। सुबह 11 बजे वह जंगल कौड़िया स्थित महंत अवे़द्यनाथ राजकीय महावि़द्यालय का लोकार्पण करने जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री भी रहेंगे मौजूद
उस कार्यक्रम में उनके साथ मंच पर उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के अलावा उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार भी मौजूद रहेंगी। शाम चार बजे मुख्यमंत्री माया बाजार स्थित कालीबाड़ी जाएंगे, जहां वह पर्यटन विकास की दृष्टि से कराए गए कालीबाड़ी के सुदृढ़ीकरण और सुंदरीकरण कार्य का लोकार्पण करेंगे। देर शाम वह मंदिर के शक्तिपीठ में नवरा़त्र की अष्टमी तिथि पर होने वाली परंपरागत महानिशा पूजा और हवन करेंगे।
जनता दर्शन में अफसरों ने सुनी जनता की समस्याएं
नवरात्र पूजा के चलते मुख्यमंत्री बुधवार की सुबह जनता दर्शन में नहीं जा सके। ऐसे में उनके निर्देश पर हिंदू सेवाश्रम में आयोजित जनता दर्शन में अफसरों ने लोगों की समस्या सुनी और समाधान के लिए आश्वस्त किया। गोरखपुर और आसपास के क्षे़त्रों से करीब 300 लोग अपनी समस्या के समाधान के लिए आए हुए थे। अफसरों ने सबके पास जाकर उनका समस्या समाधान आवेदन पत्र लिया। समस्या सुनने के लिए कमिश्नर रवि कुमार एनजी, जिलाधिकारी विजय किरन आनंद, एसएससपी विपिन ताडा और मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के प्रभारी मोती लाल सिंह मौजूद रहे।