भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत पर हिंदुत्व के संबंध में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की टिप्पणी को लेकर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने सवाल दागा कि यदि हरीश रावत खुर्शीद के बयान को गलत मानते हैं तो फिर राहुल गांधी के बयान पर चुप क्यों हैं। वहीं, कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि हरीश रावत आज स्वयं को खुर्शीद के बयानों से अलग कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व आज भी खुर्शीद के बयान से सहमत है। यह कांग्रेस की हिंदुओं के प्रति नफरत को दर्शाता है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि क्या हरीश रावत कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान की निंदा कर हिंदू समाज से माफी मांगने को कहेंगे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण में रोड़े अटकाकर भगवान राम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस हिंदुओं की आस्था को बार-बार ठेस पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि हरीश रावत यह बताएं कि उनके विचार सलमान खुर्शीद या राहुल गांधी में से किससे मेल नहीं खा रहे हैं, क्योंकि दोनों ही हिंदुओं को बदनाम कर रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री भगत ने कहा कि कांग्रेस नेता खुर्शीद के बयान से साफ हो गया है कि वे हिंदुओं से कितनी नफरत करते हैं। आज भले ही उनके कुछ नेता चुनाव को देखकर मंदिरों में जा रहे हैं, लेकिन ये कोरा ढोंग है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने कार्यकाल में राज्य में तुष्टिकरण की फसल खड़ी कर दी। शायद इसी वजह से जनता ने उन्हें सबक सिखाया। अब जैसे ही चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे ही हरीश रावत बाबा केदारनाथ और भगवान बदरीनाथ की शरण में जाने लगे हैं।