आखिरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 24 दिसंबर को विशाल सभा के लिए अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम गौलापार का चयन कर लिया गया है। भाजपा गौला नदी के तट पर स्थित इस मैदान से खेलों के आयोजन से पहले नमो मैजिक चलाना चाहती है। ताकि राज्य में मिशन-2022 फतह हो सके। इसके लिए जनप्रतिनिधि से लेकर पदाधिकारी जुट गए हैं।
विधानसभा चुनाव का समय निकट आते ही राजनीतिक दलों में स्टार वार शुरू हो गया है। इसमें भाजपा सबसे आगे दिख रही है। चार दिसंबर को देहरादून में पीएम नरेन्द्र मोदी की सफलता के बाद अब कुमाऊं दौरा तय हो गया है। भाजपा से जुड़े जनप्रतिनिधियों ने पहली बार हल्द्वानी में मोदी की सभा रखी है। इसके लिए 149 करोड़ की लागत से बन रहे अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम गौलापार का स्थल निर्धारित है। इस मैदान में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2017 से पहले द ग्रेट खली का आयोजन किया था। तब भी यह आयोजन सियासी खेल ही नजर आया था। अब भाजपा सरकार है।
मैदान में खेलों का आयोजन नहीं हुआ, लेकिन इस मैदान से कुमाऊं में नमो मैजिक चलेगा। सियासी खेल में विजय हासिल करने के लिए कुमाऊं की 29 विधानसभा सीटों पर पीएम मोदी का फोकस रहेगा। वैसे यह क्षेत्र भाबर का है, जहां से पार्टी कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों की 20 सीटें साधने की तैयारी में है। साथ ही तराई व मैदान की नौ सीटों पर भी निगाहें रहेगी। अब सियासी गलियारों में चर्चा है कि खेल के इस मैदान से मोदी की सभा से चुनावी खेल का आकर्षण और बढ़ जाएगा। फिलहाल इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में केवल 10 हजार सीटों पहले से लगी हैं।
40 हजार की क्षमता, एक लाख का लक्ष्य
जिला प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद खुद कहते हैं, अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की क्षमता 40 हजार लोगों की है और एक लाख लोग शामिल होंगे। इसमें कुमाऊं के छह जिलों से ही लोग आएंगे। इसके लिए एलईडी लगाई जाएंगी। दूर-दर तक माइक लगेंगे, जिससे कि लोग पीएम का भाषण करीब से सुन सकें।
दिल्ली में बैठे-बैठे कुछ भी बोल दो
स्वामी यतीश्वरानंद ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के महिलाओं को एक हजार रुपये देने की चुनावी घोषणा को लेकर कहा कि दिल्ली में बैठे-बैठे कुछ भी घोषणा कर दो। इससे कुछ नहीं होगा। जनता सब जानती है। राज्य का भला डबल इंजन सरकार ही कर सकती है