बिग ब्रेकिंग :- वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत से मिले पूर्व प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी, जानिए क्या होने वाला है अब..?
देहरादून । पूर्व प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) राजीव भरतरी ने आज वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत से मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई।
आज सुबह वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत से बंद कमरे में करीब 1 घण्टे से अधिक समय तक मुलाकात हुई । वन मंत्री व पूर्व प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) राजीव भरतरी की मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों पर वन मंत्री को सफाई दी। इसके साथ ही पूरे मामले से अवगत भी कराया। मुलाकात के बाद चर्चाएं गर्म है कि उनकी हॉफ के पद पर दुबारा वापसी हो सकती है। हालांकि इस पूरे मामले पर वन मंत्री व पूर्व हाफ दोनों ने ही कुछ भी कहने से मना कर दिया व इसे सामान्य मुलाकात करार दिया।
आपको बता दें कि कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग में पाखरो में निर्माणाधीन टाइगर सफारी के लिए अनुमति से अधिक पेड़ कटान और पाखरो से कालागढ़ वन विश्राम गृह तक अवैध निर्माण का मामला सुर्खियों में रहा था। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की टीम ने स्थलीय निरीक्षण में शिकायतों को सही पाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की। यह मामला अदालत में भी विचाराधीन है। मुख्यमंत्री धामी ने इस प्रकरण में सख्त रुख अपनाते हुए प्रारंभिक जांच के आधार पर संबंधित अधिकारियों को पद से हटाने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद विभाग के मुखिया प्रमुख वन संरक्षक (हाफ) राजीव भरतरी (हेड ऑफ फॉरेस्ट) को हटा दिया था। राजीव भरतरी को उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं भरतरी की जगह जैव विविधता बोर्ड के अध्यक्ष का दायित्व देख रहे विनोद कुमार सिंघल को वन संरक्षक वन्यजीव के साथ ही विभाग प्रमुख (हाफ) का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।