इस बार पिछले विधानसभा चुनाव से अधिक सीटें जीतने के लक्ष्य को लेकर मैदान में उतरी भाजपा ने हालिया दिनों में पार्टी में शामिल हुए विभिन्न दलों के नेताओं को भी पूरा सम्मान दिया। वैचारिक पृष्ठभूमि अलग होने के बावजूद पार्टी ने उन पर विश्वास जताया है। साथ ही भाजपा ने यह संदेश देने की कोशिश की कि वह जो वादा करती है, उसे निभाती भी है।
वर्ष 2016 के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायकों को वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने पूरा महत्व दिया था। तब चुनाव जीतकर आए ऐसे विधायकों को सरकार में मंत्री भी बनाया गया। इस बीच मिशन-2022 में जुटी भाजपा में काफी संख्या में दूसरे दलों व संगठनों से आए नेता भी शामिल हुए हैं। इनमें हरके की अपने-अपने क्षेत्रों में जमीनी पकड़ है। टिकट वितरण की बारी आई तो वैचारिक पृष्ठभूमि भाजपा की न होने के बावजूद इन नेताओं का मान-सम्मान का पूरा ख्याल रखा। इन सभी को टिकट देकर मैदान में उतारा है।
भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची पर गौर करें तो पार्टी ने दो दिन पहले भाजपा में शामिल हुईं महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रहीं सरिता आर्य को टिकट देकर वादा निभाया है। इसी तरह दुर्गेश्वरलाल व राम सिंह कैड़ा के अलावा उक्रांद पृष्ठभूमि के प्रीतम सिंह पंवार को भी टिकट देकर पार्टी ने उन विश्वास व्यक्त किया है।
बीसी खंडूड़ी की बेटी का टिकट काट भाजपा ने चौंकाया
भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची ने चौंकाया भी है। पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (सेनि) भुवनचंद्र खंडूड़ी की पुत्री व यमकेश्वर क्षेत्र से विधायक ऋतु खंडूड़ी का टिकट काट दिया। वहीं संगीत की दुनिया का जाना-पहचाना नाम व बालीवुड गायक जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल को पार्टी ने चकराता सीट से प्रत्याशी बनाया है। पार्टी विधानसभा चुनाव में जुबिन का बतौर स्टार प्रचारक भरपूर उपयोग कर सकती है।