देहरादून मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताया है।
इंटरनेट मीडिया में अपनी पोस्ट में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जनजातीय समुदाय की महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने का यह निर्णय ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों के बीच द्रौपदी मुर्मू का संपूर्ण जीवन जनजातीय समाज के शैक्षणिक उन्नयन, गरीब व जरूरतमंदों की सेवा के लिए समर्पित रहा है।
सचिवालय संघ ने मुख्यमंत्री को सौंपा मांगपत्र
वहीं सचिवालय संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर चम्पावत उपचुनाव में ऐतिहासिक जीत के लिए उन्हें शुभकामना दी। साथ ही कर्मचारियों की विभिन्न मांगों की तरफ मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए इनका शीघ्र निराकरण कराने का आग्रह किया। संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी की अगुआई में मुख्यमंत्री से मिले प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें मांगपत्र भी सौंपा।
इसमें सचिवालय विशेष भत्ते की दर में वृद्धि करने, पदोन्नति के अत्यधिक ठहराव में समीक्षा अधिकारी व अपर निजी सचिव को पांच वर्ष की सेवा पर 5400 का ग्रेड वेतन देने, वर्ष 2004 बैच के समीक्षा अधिकारियों की प्रभारी अनुभाग अधिकारी के रूप में की गई सेवावधि को स्थानापन्न पदोन्नतिकाल घोषित करने, सचिवालय रक्षक संवर्ग को पुलिस के स्थान पर सचिवालय संवर्ग के समान करने, सचिवालय सहायकों को तृतीय एसीपी के रूप में ग्रेड वेतन 4200 अनुमन्य करने, राज्य संपत्ति वाहन चालकों को सचिवालय प्रशासन विभाग में मर्ज करने, सचिवालय सेवा संवर्ग में ग्रेड वेतन-10 हजार के पदों को पुनर्जीवित करने, लेखा संवर्ग में अपर सचिव ग्रेड वेतन 8900 का एक पद सृजित करने संबंधी मांगें शामिल की गई हैं।
संघ के अध्यक्ष जोशी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कुछ बिंदुओं पर आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। साथ ही अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन से वार्ता कर संघ की मांगों का निस्तारण कराने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में संघ के महासचिव विमल जोशी, कोषाध्यक्ष बची सिंह, संयुक्त सचिव चंदन बिष्ट, किशन असवाल, लालमणि जोशी, जगत सिंह डसीला, संदीप बिष्ट, प्रमोद कुमार शामिल थे।