देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में अक्षय पात्र संस्था व हंस फाउंडेशन की ओर से सुद्धोवाला में तैयार की गई केंद्रीयकृत मिड डे मील रसोई का उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी बच्चों के बीच पहुंचे और उनके साथ जमीन पर बैठक कर मिड डे मील खाया। उनका यह अंदाज देख बच्चे बेहद खुश और उत्साहित नजर आए। कार्यक्रम में पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राजकीय विद्यालयों के 35 हजार छात्र-छात्राओं को प्रतिदिन स्वादिष्ट व पौष्टिक मध्याह्न भोजन परोसा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री पोषण कार्यक्रम के तहत अक्षय पात्र रसोई के मध्याम से प्रथम चरण में दून व आसपास के 120 सरकारी विद्यालयों के 15500 छात्र-छात्राओं को मध्याह्न भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। अगले छह माह में अक्षय पात्र रसोई के माध्यम से राज्य के 500 सरकारी विद्यालयों के 35 हजार बच्चों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा, जोकि पूरी तरह से सुरक्षित, स्वादिष्ट एवं पौष्टिक होगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही डोईवाला, रुड़की, काशीपुर में भी एकीकृत रसोईयां शुरू की जाएंगी, ताकि प्रदेश का कोई भी बच्चा भूख की वजह से स्कूल न छोड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पांच लाख से अधिक बच्चों को सरकार की ओर से मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाता है। बच्चों को स्कूलों में मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने का विचार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का था। जिन्होंने मध्याह्न भोजन योजना शुरू की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्षय पात्र फाउंडेशन, हंस फाउंडेशन व शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयासों से राज्य में दूसरी केंद्रीयकृत रसोई की शुरुआत की गई है। ऊधमसिंह नगर जिले के गदरपुर में इस प्रकार की रसोई का संचालन पहले से हो रहा है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं के प्रश्नों का उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा को भी शांत किया। इसके बाद उनके साथ भोजन किया। मुख्यमंत्री ने हंस फाउंडेशन की संस्थापक माता मंगला व भोले महाराज का उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। इस दौरान हंस फाउंडेशन की संस्थापक माता मंगला, भोले महाराज, अक्षय पात्र फाउंडेशन के वाइस चेयरमैन चंचलापति दास, पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय, विधायक सहदेव पुंडीर, मुन्ना सिंह चौहान, शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी, सीईओ डा. मुकुल कुमार सती आदि उपस्थित रहे।
शिक्षा मंत्री डा.धन सिंह रावत ने कहा कि केंद्रीयकृत रसोई के लिए हंस फाउंडेशन की ओर से 60 करोड़ रुपये, जबकि अक्षय पात्र फाउंडेशन की ओर से 53 करोड़ की धनराशि प्रदान की गई है। डा. रावत ने कहा कि राज्य सरकार एक से लेकर 12वीं कक्षा तक के बच्चों को निश्शुल्क किताब, बस्ता, उपलब्ध करा रही है। इसके साथ ही स्कूलों में हर प्रकार की व्यवस्था की जा रही है, ताकि बच्चों को पठन-पाठन में कोई परेशानी न हो।