देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार नहीं थम रही है। गुरुवार को भी प्रदेश में कोरोना के 310 नए मामले मिले। जबकि 334 मरीज स्वस्थ हुए हैं। श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित एक मरीज की मौत भी हुई है।
उत्तराखंड में है कोरोना के 1748 सक्रिय मामले
वहीं, कोरोना संक्रमण दर 11.17 प्रतिशत रही है। प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 1748 हो गई है। देहरादून में सबसे अधिक 974, नैनीताल में 249 और हरिद्वार में 174 सक्रिय मामले हैं।
देहरादून में सबसे अधिक संक्रमित मिले
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, निजी व सरकारी लैब से 2776 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। जिनमें 2466 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में सबसे अधिक 130 लोग संक्रमित मिले हैं।
इसके अलावा रुद्रप्रयाग में 45, हरिद्वार में 25, चंपावत व अल्मोड़ा में 14-14, पौड़ी में 12, टिहरी में नौ, बागेश्वर में आठ, पिथौरागढ़ में पांच, चमोली में चार, उत्तरकाशी व ऊधमसिंह नगर एक-एक व्यक्ति कोराना संक्रमित मिला है।
93 हजार से ज्यादा लोग दे चुके हैं कोरोना को मात
इधर, विभिन्न जिलों से 2998 सैंपल कोरोना जांच को भेजे गए हैं। बता दें, इस साल प्रदेश में कोरोना के 99092 मामले आए हैं। इनमें से 93528 (94.39 प्रतिशत) लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। कोरोना से इस साल 298 मरीजों की मौत भी हुई है।
ब्यूरो-हरिद्वार जेल में कोरोना जांच में तेजी लाने के निर्देश
प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डा आर राजेश कुमार ने हरिद्वार जेल में कैदियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी हरिद्वार को हरिद्वार जेल में चल रही कोरोना जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कोराना संक्रमित कैदियों की दैनिक स्वास्थ्य निगरानी एवं संक्रमितों को आइसोलेशन में रखा जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जेल में कोरोना का प्रसार न हो, इसके लिए कोरोना दिशा निर्देशों का अनुपालन कराना भी सुनिश्चित किया जाए।
विंडलास बायोटेक लिमिटेड ने बांटे सैनिटाइजर
विंडलास बायोटेक लिमिटेड देहरादून के सीएसआर इंनीसिएटिव के तहत कंपनी कर्मियों व कार्यकर्त्ताओं ने धर्मनगरी हरिद्वार में अस्पताल, आश्रम, अखाड़ों और मठ-मंदिरों में सुरक्षा व चिकित्सीय मापदंड का पालन करते हुए सैनिटाइजर बांटे। साथ ही उन्होंने कोविड से बचाव को सभी श्रद्धालुओं-यात्रियों व पर्यटकों को मास्क लगाने तथा शारीरिक दूरी मापदंड का पालन करने को जागरूकता अभियान भी चलाया।
अशोक विंडलास ने कहा कि अपनी और दूसरों की स्वास्थ्य रक्षा को कोरोना को लेकर जारी सरकारी दिशा-निर्देश का पालन अनिवार्य रूप से करना चाहिए। कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी से बचाव का एकमात्र उपाय सुरक्षात्मक चिकित्सीय व्यवहार ही है। हम अपनी सुरक्षा करेंगे तो अपने आप दूसरे की भी सुरक्षा हो जाएगी। अशोक विंडलास ने बताया कि उनकी सीएसआर के तहत उनकी कंपनी का यह कार्यक्रम आगे भी जारी रहेगा।