लखनऊ, प्रदेश सरकार सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने जा रही है। इसी कड़ी में परिवहन विभाग ने प्रदेश के कई विभागों को अपने कर्मचारियों एवं आम नागरिकों को सड़क दुर्घटनाओं के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाने के लिए कहा है।
अपर परिवहन आयुक्त वीके सोनकिया की ओर से सड़क सुरक्षा को लेकर यह पत्र पुलिस विभाग, ट्रैफिक, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथारिटी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा, स्थानीय निकाय, बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा को जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि प्रदेश सरकार सड़क दुर्घटनाओं एवं इनमें मरने वालों की संख्या नियंत्रित करने के लिए सड़क सुरक्षा पर विशेष बल दे रही है।
मुख्य सचिव ने भी इस वर्ष और बीते वर्ष सड़क दुर्घटनाओं एवं मृतकों की संख्या में गत वर्ष के सापेक्ष वर्तमान 10 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। दुर्घटनाओं और मृतकों की संख्या में कमी लाने के लिए जरूरी है कि सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी विभाग पारस्परिक सहयोग से समेकित रूप से प्रयास करें। प्रदेश सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर कई तरह के कार्यक्रम चला रही है। इसमें जागरूकता अभियान के साथ-साथ सुरक्षित रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण व ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई शामिल है।
इसके अलावा सरकार ने स्टेट रोड सेफ्टी काउंसिल का गठन किया है जो सड़क सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण नीतिगत फैसले ले रही है। 15 जिलों में माडल ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की भी शुरुआत की गई है। रायबरेली में ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना की जा रही है। बता दें कि जब से सूबे में भाजपा की सरकार बनी है तब से सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार सड़क सुरक्षा पर निगरानी बनाए हुए हैं। हर साल जागरूकता अभियान चलाया जाता है।