दीपक का कटा सिर पहुंचा गांव, परिजनों व ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

दीपक का सिर जैसे ही गांव पर पहुंचा तो परिजनों व ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाते हुए जाम लगा दिया। इस दौरान उन्होंने जमकर हंगामा किया। परिजनों की मांग है कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। उधर, परिजनों व ग्रामीणों का आक्रोश देख पुलिस अफसरों के हाथ-पांव फूले हुए हैं।

बता दें कि कि मेरठ में परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के खजूरी गांव निवासी दीपक त्यागी (20) की एक सप्ताह पहले गर्दन काटकर हत्या कर दी गई थी। दीपक की सिर कटी लाश जंगल से बरामद की गई थी। बताया गया कि घटनास्थल से मात्र 20 मीटर दूरी पर गड्ढे के अंदर प्लास्टिक के कट्टे से दीपक का सिर बरामद किया गया है।

सात दिन बाद बरामद हुआ सिर
दीपक की हत्या के मामले में पुलिस ने दीपक का कटा सिर सातवें दिन एक गड्ढे से बरामद कर लिया। पुलिस ने सोमवार को कटा सिर बरामद कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। हालांकि परिजन पुलिस के खुलासे पर सवाल उठा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। उनका मानना है कि सीबीआई जांच में ही हत्यारों के असली चेहरे सामने आएंगे।

सिर की तलाश में लगी थीं छह टीमें
दीपक की हत्या के बाद हत्यारोपी उसका सिर काट कर ले गए थे। सिर को बरामद करने के लिए छह दिन से पुलिस टीमें लगी थीं। पीएसी, पुलिस फोर्स, डॉग स्क्वायड ने घटना स्थल से चार किलोमीटर दूरी तक जंगल व नालों की खाक छानी लेकिन कोई सफलता नहीं मिली थी। वहीं हत्याकांड का खुलासा न होने के बाद से ही परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा था।

रविवार को भी हुआ था जमकर हंगामा
रविवार को जब पुलिस की खूब किरकिरी हुई और गुस्साए ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया तो पुलिस ने रात को ही दीपक का कटा सिर घटनास्थल से 20 मीटर की दूरी से बरामद कर लिया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपने एक साथी के संग मिलकर हत्या को अंजाम देना बताया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। वहीं ग्रामीणों और परिजनों ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि उनका पुलिस से भरोसा उठ चुका है। वह सीबीआई से इस हत्याकांड की जांच की मांग करते हैं।

घर से माता के जागरण के लिए निकला था दीपक
दीपक त्यागी (20) घर से माता के जागरण में जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन इसके बाद वह घर नहीं लौटा। 27 सितंबर को उसका शव जंगल में पड़ा मिला था। शव से सिर गायब था और कपड़े भी बदले हुए थे। वहीं दीपक के शव के पास से पुलिस को एक मोबाइल फोन मिला था, जिससे दोनों सिम गायब थे।

वहीं पुलिस अफसरों द्वारा जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा करने का आश्वासन दिया गया था। पुलिस ने बिना सिर के ही शव का पोस्टमार्टम कराया गया था। इसके बाद 28 सितंबर की सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया था।

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