देहरादून। गत वर्षों के भाँति इस वर्ष भी आकाश शिक्षा एवं सांस्कृतिक विकास समिति/जोशी परिवार नेहरू कॉलोनी द्वारा रंगोत्सव होली का रंगारंग कार्यक्रम, आकाश ज्ञान वाटिका के संपादक घनश्याम जोशी के संयोजन में किया गया। आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैप्टन त्रिभुवन सिंह (भारतीय नौसेना) एवं विशिष्ठ अतिथि सीआईएमएस & यूआईएचएमटी के चेयरमैन ललित जोशी, वरिष्ठ पत्रकार एवं उत्तराखंड पत्रकार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष निशीथ सकलानी एवं पान सिंह विष्ट, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, सूचना विभाग, ने शिरकत कर उत्सव के गरिमामयी एवं मनमोहक माहौल को चार चाँद लगाने का कार्य किया।
सर्वप्रथम माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। तत्पश्चात कुमाऊँ की अनुपम संस्कृति के अनुरूप हमारी पहचान रंगमंच के होल्यारों ने होली मिलन कार्यक्रम के आयोजक जोशी परिवार के नाम से चीर बंधन का एक शानदार होली गायन प्रस्तुत किया। इसके उपरांत एक के बाद एक मनोरंजक एवं कुमाऊँ की अनुपम संस्कृति से ओतप्रोत होली गीत, नृत्य एवं झोड़े के रंगारंग कार्यक्रम ने समारोह में उपस्थित एक-एक जन को झूमने/थिरकने को मजबूर कलर दिया।
कुमाऊँ की खड़ी होली एवं बैठकी होली का अपना एक अलग ही अंदाज है। वसन्त पंचमी के बाद से ही सम्पूर्ण कुमाऊँ क्षेत्र में बैठकी होली का दौर प्रारम्भ हो जाता है तथा होली के एक सप्ताह पूर्व अपने अलग अंदाज में खड़ी होली का गायन, घर-घर जाकर शुरू हो जाता है जो छरेड़ी तक निरंतर चलता रहता है।
देवभूमि उत्तराखंड की अनुपम सांस्कृतिक विरासत, जो हमारे पूर्वजों द्वारा प्रदत्व है एवं यहाँ की जीवन शैली जो संस्कारों से भरी हुई है, का कभी क्षरण न हो इसी उद्देश्य से जोशी परिवार (घनश्याम चन्द्र जोशी एवं श्रीमती निर्मला जोशी) ने वर्ष 2013 में आकाश शिक्षा एवं सांस्कृतिक समिति का गठन किया। आज स्वयं के संसाधनों से जोशी परिवार, इस संस्था के माध्यम से अपनी संस्कृति, कला को बचाने के साथ-साथ एक शिक्षित समाज की परिकल्पना को साकार करने का काम कर रहा है।
जोशी परिवार द्वारा, आकाश शिक्षा एवं सांस्कृतिक विकास समिति के माध्यम से वर्षभर होली, दीपावली, गणत्रंत दिवस, स्वतंत्रता दिवस, बाल दिवस, शिक्षक दिवस आदि अनेक अवसरों पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है, जिनका एक ही उद्देश्य है कि हमारे पूर्वजों ने जो एक अनोखी संस्कृति एवं सांस्कारिक परिवेश हमें दिया हैं उसमें लेश मात्रा भी खरोंच न आयें, उसका संरक्षण हो।
आकाश शिक्षा एवं सांस्कृतिक विकास समिति की अध्यक्षा श्रीमती निर्मला जोशी एवं सचिव घनश्याम जोशी का यही मानना है कि धन-सम्पदा का कभी भी शिक्षा-संस्कृति के साथ समझौता नहीं हो सकता है। हम धनवान हो सकते हैं, धन-सम्पदा अर्जित कर एक बहुत बढ़ा साम्राज्य खड़ा कर सकते हैं परन्तु वह कृत्रिम साम्राज्य हमारी वास्तविक कला, संस्कृति एवं पौराणिक विरासतों के संरक्षण के अनुकूल हो, जरुरी नहीं। अतः हम सबको चाहिए कि हम अपनी पौराणिक विरासत का सदैव संरक्षण करें।
आज के इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कैप्टन त्रिभुवन सिंह (भारतीय नौसेना) एवं विशिष्ठ अतिथि सीआईएमएस & यूआईएचएमटी के चेयरमैन ललित जोशी, वरिष्ठ पत्रकार एवं उत्तराखंड पत्रकार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष निशीथ सकलानी एवं पान सिंह विष्ट, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, सूचना विभाग के साथ ही समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले समाजसेवियों, प्रकृति प्रेमियों, पत्रकार बंधुयों का जोशी परिवार द्वारा सम्मानित किया गया।