देहरादून: भारी वर्षा के कारण राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आपदा की स्थिति उत्पन्न होने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बाद मंत्रियों ने अपने-अपने प्रभार वाले जिलों की दौड़ लगानी शुरू कर दी है।
लगातार हो रही वर्षा के चलते हरिद्वार जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। जिले के खानपुर, लक्सर व नारसन विकासखंडों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसके अलावा राज्य के अन्य जिलों में अतिवृष्टि से सड़कें, पेयजल योजनाएं व विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त होने से लोग दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।
डीएम व एसएसपी को आवश्यक कदम उठाने के दिए थे निर्देश
हाल में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्षा के चलते उत्पन्न आपदा की स्थिति से निबटने के मद्देनजर सभी जिलों के डीएम व एसएसपी को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे। वह स्वयं भी लगातार स्थिति पर नजर रखे हैं। इस बीच आपदा की स्थिति के बावजूद जिलों के प्रभारी मंत्रियों की अपने-अपने प्रभार वाले जिलों से दूरी को लेकर प्रश्न उठने लगे थे।
शनिवार को मुख्यमंत्री धामी ने सभी मंत्रियों से अपेक्षा की कि वे अपने प्रभार वाले जिलों में प्रवास कर राहत एवं बचाव कार्यों को गति देना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी रविवार को ऊधमसिंह नगर जिले के लिए रवाना हुए और उन्होंने काशीपुर व बाजपुर का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने शनिवार को देहरादून के रायपुर क्षेत्र का दौरा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए थे। अब कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, बागेश्वर व अल्मोड़ा के दौरे पर रवाना हो गए हैं। वह 20 जुलाई तक इन जिलों में आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत अधिकारियों के साथ विमर्श करेंगे।
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा मंगलवार को रुद्रप्रयाग के लिए रवाना होंगे। उत्तरकाशी व टिहरी जिलों के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने हाल में दोनों जिलों के डीएम से दूरभाष पर वार्ता कर स्थिति की जानकारी ली थी। हरिद्वार के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज और नैनीताल व चंपावत की प्रभारी मंत्री रेखा आर्या राज्य से बाहर हैं। पौड़ी व पिथौरागढ़ जिलों का प्रभार अभी किसी मंत्री को नहीं दिया गया है।