पिछले कई दिनों से गर्मी से झुलस रहे प्रदेश के कई जिलों में बुधवार को हुई बारिश से खासी राहत मिली है। अल्मोड़ा, नैनीताल, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़, पौड़ी, उत्तरकाशी, टिहरी और देहरादून के कई हिस्सों में बारिश हुई। कई जगहों पर ओलावृष्टि भी हुई।
तेज बौछारों से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं अंधड़ के चलते पेड़ गिरने और रास्ते बंद होने से उनी दुश्वारियां भी बढ़ गई। अंधड़ से अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ एनएच पर एक पेड़ दिर गया, जिससे एक घंटे तक आवाजाही ठप रही। इधर तराई-भाबर में लोग बुधवार को भी गर्मी से बेहाल रहे। रुद्रपुर और हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 42 डिग्री रहा। ऑलवेदर सड़क बंद होने से धारचूला, मुनस्यारी, डीडीहाट, अल्मोड़ा, टनकपुर जाने वाले सैकड़ों वाहन फंसे रहे। बारिश के बाद नदियों ओर गाड़-गधेरों का जल स्तर बढ़ गया है। लोहाघाट और चंपावत के घाट क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
घाट पनार मोटर मार्ग मलबा आने से बंद हो गया है। बुधवार को बाड़ेछीना में लखुडियार के पास बड़ा पेड़ अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ एनएच पर गया। इससे पर्यटक, यात्री और वाहन चालक फंसे रहे। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी रही। सूचना पर पहुंची फायर सर्विस की टीम ने पेड़ हटाकर आवाजाही शुरू कराई।