आगरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शुक्रवार को आगरा मंडल के विधायक उनके आवास पर मिले। मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने उन विधायकों से सीधे सवाल किए, जिनके क्षेत्र में विधान सभा चुनाव की अपेक्षा वोट कम मिले।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा के बाद जब विधायकों से उनकी बात पूछी तो विधायकों ने खुलकर शिकायत की। आगरा के एक विधायक ने तहसील और थानों में सक्रिय दलालों का मुद्दा उठाया। अन्य विधायकों ने भी उनकी बात का समर्थन किया। मथुरा के विधायकों ने भी अधिकारियों के न सुनने की शिकायत मुख्यमंत्री से की।
आगरा के आठ विधायक मिलने पहुंचे थे
मुख्यमंत्री से मिलने आगरा जनपद के आठ विधायक पहुंचे थे। फतेहपुर सीकरी के विधायक चौ. बाबूलाल इनमें शामिल नहीं थे। मुख्यमंत्री आवास पर शाम 6.45 से 7.45 बजे तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों से बात की।
मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से अभी से सक्रियता बढ़ाने को कहा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में जाएं और जनता को सरकार की नीतियों के बारे में बताएं। उनकी हर समस्या का समाधान कराएं। दूसरे दलों को मौका न दें कि वे भ्रम फैला सकें।
देहात के एक विधायक ने कहा कि तहसील और थानों में दलाल सक्रिय हैं। इसके कारण छवि खराब हो रही है। अन्य विधायकों ने भी उनकी बात का समर्थन किया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इनकी सूची भेजिए। कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने फिरोजाबाद और सहारनपुर में की गई कार्रवाई की नजीर भी दी।
ये भी दिए निर्देश
- मतदाता सूची का अभी से अध्ययन करें
- वोट बढ़ाने का कार्य कराएं
- ऐसे लोगों की सूची बनाएं, जिन्होंने 2022 के चुनाव में वोट दिए, लेकिन 2024 में नहीं दिए
- ऐसे लोगों की सूची बनाएं, जिन्होंने 2022 में वोट नहीं दिए थे, लेकिन 2024 में दिए
- ऐसे लोगों को भी सूचीबद्ध करें, जिन्होंने 2022 और 2024 दोनों में वोट नहीं दिए या दोनों में दिए
- जनता के बीच जाकर उनकी समस्या सुनें और समाधान कराएं
ये विधायक मिले सीएम से
मुख्यमंत्री से मिलने आगरा से उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, महिला कल्याण बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबीरानी मौर्य, विधायक पक्षालिका सिंह, विधायक डा. धर्मपाल सिंह, विधायक डा. जीएस धर्मेश, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, विधायक भगवान सिंह कुशवाह, विधायक पक्षालिका सिंह के साथ ही मथुरा के चार, मैनपुरी के एक और फिरोजाबाद के एक विधायक मौजूद रहे। विधायकों से एक घंटे तक बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ने उनके साथ भोजन भी किया