देहरादून। ऋषिकेश में शराब माफिया की ओर से यू-ट्यूबर की पिटाई के मामले में दून पुलिस हरकत में आई है। लंबे समय से बंद पड़ी हिस्ट्रीशीटरों की परेड दोबारा से शुरू हो गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के निर्देशों पर जनपद के सभी थानों में हिस्ट्रीशीटरों की परेड कराई गई। मौजूदा समय में उनकी गतिविधियां हैं, इसके बारे में जानकारी जुटाई गई। पुलिस की ओर से हिस्ट्रीशीट में उन अपराधियों को रखा जाता है, जिनका अपराधिक गतिविधियों का इतिहास है या फिर वह लोग जिन्हें समाज के लिए खतरा माना जाता है।
समय-समय पर हिस्ट्रीशीटरों को थानों में परेड के लिए बुलाया जाता है। इस दौरान उनकी गतिविधियों के बारे में पता किया जाता है कि वह इन दिनों क्या कर रहे हैँ। इसके साथ ही जो हिस्ट्रीशीट फरार होते हैं, उनकी तलाश की जाती है। जनपद में हिस्ट्रीशीटरों की परेड लंबे समय से बंद पड़ी हुई थी।
एक सितंबर को ऋषिकेश में पुराने हिस्ट्रीशीटर सुनील गंजे की ओर से यू-ट्यूबर की पिटाई की घटना के बाद अचानक पुलिस जागी और एसएसपी ने जिले के सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटरों की परेड कराने के निर्देश दिए।
सभी थानों में हिस्ट्रीशीटरों को बुलाकर परेड कराई
बुधवार व गुरुवार को दो दिन सभी थानों में हिस्ट्रीशीटरों को बुलाकर उनकी परेड कराई गई। एक-एक हिस्ट्रीशीटर के बारे में जानकारी जुटाई गई और इसके बाद सत्यापन किया जा रहा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि अपराधों पर अंकुश लगाने जनपद के सभी हिस्ट्रीशीटरों की नियमित निगरानी व उनका भौतिक सत्यापन करने के लिए उनकी थाने पर परेड कराने के निर्देश दिए गये हैं।
जनपद नगर व देहात क्षेत्र के सभी थानों में हिस्ट्रीशीटरों की परेड करवाई गई। इस दौरान सभी हिस्ट्रीशीटरों को किसी भी प्रकार के अपराध में शामिल न होने व उनके विरुद्ध कोई भी शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल कार्रवाई करने के संबंध में बताया गया।
सभी हिस्ट्रीशीटरों के फोटोग्राफ व निवास संबंधी विवरण को नोट किया गया। इस दौरान सभी हल्का प्रभारी व बीट कर्मचारियों को हिस्ट्रीशीटरों की नियमित रूप से निगरानी करने के निर्देश जारी किए गए हैं।