बिजनौर। एसपी ने जिले में सिपाहियों की तैनाती में बड़ा उलटफेर किया है। कुल 75 पुलिसकर्मियों को इधर-उधर किया गया हैं। इनमें थानों के कारखास (थानेदारों के चहेते) 38 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। उन्हें लाइन का रास्ता दिखा दिया है।
एसपी ने सभी की खुफिया जांच कराई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। हालांकि, अभी कई थानों में कारखास कब्जा जमाए हुए हैं। वे भी जांच के दायरे में हैं।
एक साथ 38 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
एसपी अभिषेक झा ने गुरुवार रात को जनपद में पुलिस कर्मियाें पर बड़ी कार्रवाई की। एक साथ 38 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इनमें कुछ मुख्य आरक्षी हैं। बताया जा रहा है कि इनमें अधिकांश थाना प्रभारियों के चहेते थे। थानों की कामकाज और व्यवस्था देख रहे थे। थाना प्रभारियों के करीबी होने के साथ-साथ संदिग्ध कार्यों में संलिप्तता थी।
खुफिया तरीके से जांच के बाद लिया एक्शन
एसपी ने कार्रवाई से पहले थानों में काफी समय से जमे पुलिसकर्मियों की खुफिया तरीके से जांच कराई गई। जांच के आधार पर इन पुलिसकर्मियों को एसपी ने गुरुवार रात लाइन में भेज दिया है। इनमें चालक, मुंशी और गनर भी हैं। उधर, पुलिस लाइन काफी समय से तैनात 37 पुलिसकर्मियों को थानों में भेजा गया है।
और भी चहेते पुलिसकर्मियों का थानों में है ‘प्रभाव’
अभी कई थानों में कारखास पुलिसकर्मियों को जलवा चल रहा है। थाना प्रभारियों के करीबी होेने के चलते पूरे थानों में उनका प्रभाव है। कई पुलिस कर्मियों की शिकायतें भी कप्तान के पास पहुंच रही है। मंडावली, नजीबाबाद, नगीना, नगीना देहात, धामपुर और रेहड़ में कई पुलिसकर्मी कारखास बने हुए हैं।
नगीना में दो सिपाही और नजीबाबाद में थाने में तैनात तीन पुलिसकर्मियों का विशेष प्रभाव है। अलग-अलग जगह तैनाती होने के बावजूद भी थाना प्रभारी के ईद-गिर्द रहते हैं। एसपी की कार्रवाई का दायरा बढ़ सकता है। अब ऐसे तमाम पुलिसकर्मियों में भी हलचल मची हुई है।