देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस की प्रभारी कुमारी सैलजा के साथ सोमवार को नई दिल्ली में हुई बैठक में कई विधायकों ने प्रदेश संगठन को लेकर खुलकर नाराजगी व्यक्त की। बैठक में प्रदेश में केदारनाथ विधानसभा सीट के उपचुनाव के साथ नगर निकाय और पंचायत चुनाव पर निर्णय लेने के लिए वरिष्ठ नेताओं की समन्वय समिति पर मुहर लगा दी गई। यह समिति वरिष्ठ नेताओं से समन्वय कर निर्णय लेगी।
प्रदेश प्रभारी कुमार सैलजा ने संगठन को मजबूत बनाने और पार्टी की खोई प्रतिष्ठा वापस पाने के लिए सभी से आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होने का आह्वान किया। कुमारी सैलजा मंगलवार को भी प्रदेश के विधायकों के साथ बैठक करेंगी। उत्तराखंड में लगातार तीसरे लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को कांग्रेस हाईकमान ने गंभीरता से लिया है।
हार के कारणों पर मंथन के लिए पीएल पूनिया समिति ने गत माह उत्तराखंड का तीन दिवसीय दौरा किया था। समिति के फीडबैक के बाद पार्टी नेतृत्व उत्तराखंड में संगठन के कायाकल्प को प्राथमिकता दे रहा है। हाईकमान के निर्देश पर पार्टी की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने सोमवार को राज्य के समस्त विधायकों के साथ लंबी बैठक कर संगठन, लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार, केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव और नगर निकाय चुनाव पर चर्चा की।
प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने गत सप्ताह प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ नई दिल्ली में एआइसीसी के वार रूम में मंत्रणा की थी। इसमें वरिष्ठ नेताओं की समन्वय समिति के गठन का निर्णय लिया गया था। सोमवार को प्रदेश के विधायकों के साथ बैठक हुई। इस अवसर पर विधायकों ने लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चयन में देरी, विधायकों से मंत्रणा नहीं करने समेत तमाम मुद्दों को लेकर संगठन विशेष रूप से प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अपनी नाराजगी सामने रखी।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य गुरदीप सिंह सप्पल, नवनिर्वाचित विधायक काजी निजामुद्दीन, लखपत बुटोला समेत समस्त विधायक उपस्थित रहे। इस अवसर पर नवनिर्वाचित विधायकों को जीत के लिए बधाई दी गई।