लखनऊ। करीब ढाई वर्ष से भाजपा संगठन या सरकार में पद मिलने का इंतजार कर रही सपा संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को पिछले दिनों उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया लेकिन उन्होंने शुक्रवार शाम तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया। इस बीच आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान से लेकर दूसरी उपाध्यक्ष चारू चौधरी व सदस्यों ने कार्यभार संभाल लिया।
अपर्णा के अब तक कार्यभार न संभालने को लेकर चर्चा है कि वह अध्यक्ष के बजाय उपाध्यक्ष बनाए जाने से नाराज हैं इसलिए उपाध्यक्ष का पद नहीं स्वीकार करेंगी।
शुक्रवार को परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने अपर्णा से मुलाकात की। मुलाकात के बाद दयाशंकर ने कहा कि अपर्णा पद को लेकर नाराज नहीं हैं।
वर्ष 2017 में लखनऊ कैंट विधानसभा सीट पर सपा से चुनाव लड़ने वाली अपर्णा यादव पिछले विधानसभा चुनाव से पहले जनवरी 2022 में भाजपा में शामिल हो गईं थी। वैसे तो अपर्णा भाजपा के टिकट पर लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ना चाहती थी लेकिन उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया। फिर लखनऊ के मेयर पद का चुनाव लड़ने की उनकी इच्छा भी पूरी नहीं हुई।
अपर्णा ने अब तक नहीं संभाला कार्यभार
करीब ढाई वर्ष बाद महिला आयोग में उपाध्यक्ष का पद मिला तो कहा जा रहा है कि अपर्णा को लगता है कि उनके कद के हिसाब से यह पद छोटा है। यही कारण है कि अपर्णा ने अब तक कार्यभार नहीं संभाला है।
चर्चा है कि उपाध्यक्ष बनाए जाने से नाराज अपर्णा ने गृहमंत्री अमित शाह से शुक्रवार को फोन पर बात की। इस बीच अपर्णा का एक फोटो शिवपाल सिंह यादव और उनकी पत्नी सरला से आशीर्वाद लेते हुए इंटरनेट मीडिया पर वायरल होते ही उनके सपा में वापसी की चर्चा भी होने लगी है।
अखिलेश ने कसा तंज
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी शुक्रवार को एक्स पर इशारे-इशारे में अपर्णा यादव को अध्यक्ष पद न मिलने पर तंज कसा है। चर्चा यह भी है कि 10 अक्टूबर को अपर्णा सैफई में मुलायम सिंह यादव की दूसरी पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल हो सकती हैं।
वहीं, मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि उपाध्यक्ष पद अपर्णा लेंगी या नहीं, यह उनका व्यक्तिगत विषय है। महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने भी कहा कि उनका अपने ही आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव से कोई संपर्क नहीं हो सका है।